गांजा तस्कराें की गिरफ्तारी के बारे जानकारी देते एसपी
सिमडेगा:बोलबा पुलिस ने गुरूवार को अंतरराज्यीय गांजा तस्कर गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर बोलबा में चेकिंग अभियान चलाया। इस अभियान के दौरान उड़ीसा की ओर से आ रहे एक पिकअप वैन को रोका गया और सघन तलाशी ली गई। पिकअप वैन के बॉडी को तोड़कर तलाशी ली गई, जिसमें लगभग ₹38 लाख 50 हजार रूपए मूल्य का 77 किलो गांजा बरामद किया गया। प्रेस कांफ्रेंस में एसपी डा. शम्स तब्रेज ने बताया कि ओडिसा के संबलपुर से एक पीकअप वैन में बडे़ चालाकी से पीकअप वैन में नीचे की तरफ एक बाॅक्स बनवाकर गांजा छुपाया हुअा था और ओडि़सा से बोलबा के रास्ते बिहार के डेहरी ले जा रहे थे। वहां से ये गांजा दुसरे माध्यम से नेपाल तक भेजा जाना था। इसी क्रम में बोलबा थाना गेट पर वाहन जांच कर रही पुलिस को देख इस वाहन खडी कर दो लोग भागने लगे। पुलिस को शक हुआ उसके बाद पुलिस ने खदेड़ कर उन्हे पकड लिया। पुलिस ने पीकअप की गहन तलाशी ली। पुलिस ने पीकअप वैन के नीचले हिस्से में बने बाॅक्स को काटा तो अंदर काफी मात्रा में गांजा नजर आया। पुलिस ने गांजा बाहर निकाल कर वजन किया तो गांजा 77 किलो निकला। पुलिस ने पीकअप वाहन सहित दो तस्कर को भी कब्जे में लिया। जब्त गांजा 38,50,000 रूपये मूल्य का आंका गया। पुलिस कप्तान ने सफलता के लिए पुलिस पदाधिकारियों को पुरस्कृत किया। एसपी ने बताया डाॅ शम्स तब्रेज ने कहा कि थाना प्रभारी बोलबा के नेतृत्व में बोलबा थाना पुलिस टीम के सदस्यों को इस विशेष, प्रशंसनीय एवं सराहनीय उपलब्धि के लिये विशेष रूप से नगद राशि से पुरस्कृत किया जा रहा है। सिमडेगा के रास्ते तस्कर नेपाल ले जाते हैं गांजा एसपी ने बताया कि सिमडेगा जिला पुलिस ने सिमडेगा से सटे सीमावर्ती राज्यों क्रमशः अाेड़िशा एवं छत्तीसगढ़ की ओर से सिमडेगा जिला क्षेत्र होते हुए छुप-छुपाकर झारखण्ड एवं बिहार राज्यों से होते गांजा नेपाल ले जाते है। विभिन्न थाना एवं ओपी पुलिस टीम की लगातार तत्परतापूर्ण कारगर पुलिसिया कार्रवाई में विगत अाठ माह में कुल-1721.35 किलो गाँजा के साथ कुल-26 शातिर गाँजा तस्करों को धर दबोचा गया है। जिसमें कुल12 वाहन भी जब्त किए जा चुके हैं,जो सिमडेगा जिला पुलिस का एक कीर्तिमान है।एसपी ने बताया कि करोड़पति बनने की होड़ में समाज में नशे का ज़हर घोलकर सामाजिक परिवेश को बिगाड़ने वाले सौदागरों ने पहले तो बोलेरो वाहनों की सीटों के पीछे,सीटों के नीचे तथा पावदान के नीचे लोहे के चदरों के बाॅक्स में छुपाकर गाँजा का खेप ले जाना प्रारम्भ किया एवं लगातार पकड़े गये। फिर रणनीति बदली,डिक्की में छुपाये,तब भी पकड़े गये। बस से गुजरे,तब भी धर दबोचे गये। अब एक नयी प्रणाली अपनायी, पिकअप वैन के बाहरी हिस्से में निर्मित बाॅक्स में गांजा छुपाकर ले जाते भी पकड़े गये हैं।