सिमडेगा:सिमडेगा पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी,
सिमडेगा पुलिस। ने अंतर्राज्यीय जेवर तस्करों को 25 लाख रूपये के जेवर के साथ धर दबोचा है।
25 लाख रुपए के जेवर के साथ दो अंतर्राज्यीय जेवर तस्करों को पुलिस ने दबोचा। छतीसगढ से ओडिसा के रास्ते ला रहे थे जेवर। वाहन जांच में चढे पुलिस के हत्थे। सिमडेगा पुलिस अब कामयाबी का दुसरा नाम बनती जा रही है। सिमडेगा की तरफ रूख करने वाले अपराधी कितने भी शातिर क्यों न हों उनकी चालाकी सिमडेगा सीमा घुसते समाप्त हो जाती है। सिमडेगा पुलिस की पैनी नजर अपराधियों को हर परिस्थिति में खोज निकालती है। सिमडेगा जिला पुलिस अपराध नियंत्रण के लिए समय समय पर वाहन जांच अभियान चलाते रहती है। ओडिसा सीमा से सटे बांसजोर थाना क्षेत्र में एसपी के निर्देश पर पुलिस वाहन जांच चला रही थी। इसी क्रम में ओडिसा की तरफ से आती एक स्कॉर्पियो (जेएच 15 डब्लू 5161) पुलिस को देख धीमी हुई और उसमे से उतर कुछ लोग जंगल की तरफ भागे। पुलिस कप्तान डाॅ शम्स तब्रेज ने बताया उन लोगों को भागता देख पुलिस को शक हुआ। बांसजोर थाना प्रभारी आशीष कुमार ने त्वरित पुलिस बल के साथ जंगल की तरफ भाग रहे अपराधियों को खदेड कर दो लोगों को धर दबोचा। दोनों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने जब इनके वाहन की जांच की गई तो उसमें एक बडे बैग में काफी मात्रा में चांदी के जेवर और एक चांदी का ईंट पुलिस को मिला। पुलिस ने जब वजन कराया कुल बरामद चांदी का वजन 38. 830 किलोग्राम हुआ। जिसका अनुमानित बाजार मूल्य लगभग 25 लाख रूपये आंका गया है। गिरफ्तार दोनो अपराधी मोफीजुल शेख और मोजिबुर शेख साहेबगंज जिला के रहने वाले है। पुलिस जब गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ की तब उन्होने कबुल किया कि गहने चोरी करना और अंतर्राज्यीय स्तर पर तस्करी करना उनका पेशा है।
पुलिस बरामद जेवरों कहां से लेकर ये आए इसकी पडताल कर रही है। साथ हीं पुलिस इनके अपराधिक इतिहास भी खंगाल रही है। पुलिस कप्तान ने बताया कि इनके कुछ साथी भागने में सफल रहे हैं। पुलिस उनकी भी तलाश कर रही है। पुलिस कप्तान ने कहा कि इस मामले में आगे और भी कई गिरफ्तारियां और खुलासे हो सकते हैं। पुलिस कप्तान ने इस कामयाबी के लिए बांसजोर थाना प्रभारी सहित इस कामयाबी में साथ देने वाले अन्य दो एसआई को पुरस्कृत कर सम्मानित किया।
सिमडेगा पुलिस की लगातार मिलती कामयाबी और शानदार पुलिसिंग देख हम भी कहना चाहेंगे कि वर्दी देश की शान और गुमान को पहन कर चलते हैं। पुलिस वाले है जान को हथेली पर रखते हैं। पुलिस की वर्दी के सितारे अब मुझे लुभाते हैं। क्योंकि पुलिसवाले समाज को रहने लायक बनाते हैं।*