न्यूजरूम:कोलकाता के दमदम पार्क के पंडाल में किसानों की व्यथा दिखाने के लिए ‘चप्पलों’ का प्रदर्शन किया गया है। इसे किसानों के संघर्ष से जोड़कर उनकी व्यथा दिखाई गई है। पंडाल में सैकड़ों चप्पल हैं जो प्रदर्शन के बाद के दृश्य को दर्शाते हैं। यहां दो पैर के निशान बनाए गए हैं जिस पर कुछ किसानों के चेहरे लगाए गए हैं। हालांकि इस पंडाल पर भाजपा ने आपत्ति जताई है। भाजपा के नेताओं का कहना है कि दुर्गा पंडाल में इस तरह चप्पल लगाना देवी-देवताओं का अपमान है। – शायद इसी को सत्ता पक्ष के विरोध में कला धर्मिता कहते हैं… जब विपक्ष कमजोर हो तो कला प्रतिरोध करती है… हर दौर में लड़ाई लड़ी गई है …कविता से.. कलम से… कुदाल से, मिट्टी से…
रिपोर्ट:सोमनाथ आर्य