रांची:राज्य के 11 मंत्रियों के लिए बंगला बनाने के निर्णय का स्वागत करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता आलोक कुमार दूबे,लाल किशोर नाथ शाहदेव एवं डा.राजेश गुप्ता ने कहा कि जो काम काफी पहले हो जाना था, वह काम अब करना पड़ रहा हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने वैश्विक महामारी के समय भी विभिन्न जिलों में बड़े-बड़े पार्टी कार्यालय का निर्माण कराया और राज्य में सत्ता में रहने के दौरान जो कमाई की गयी थी, उसकी खुली नुमाइश कोरोना काल में की गयी। दूसरी तरफ अलग झारखंड राज्य गठन के बाद से सबसे अधिक समय तक शासन कर भाजपा शासनकाल में विधानसभा सचिवालय और कई मंत्रियों का आवास एचईसी के किराये के मकान पर चलता रहा। अब भी भाजपा के कई वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सरकारी बंगला में ही रह रहे हैं।आलोक कुमार दूबे ने कहा कि राज्य सरकार ने हजारों करोड़ रुपये मूर्ति बनाने के लिए चीन को देने का काम नही किया है और ना ही सेंट्रल विस्टा की तरह हजारों करोड़ रुपये खर्च किया जा रहे है अथवा अडाणी-अंबानी जैसे पूंजीपति मित्रों को सहायता भी नहीं उपलब्ध करायी जा रही है। बल्कि जो राज्य के विकास के लिए जरुरत है, उसके लिए राशि खर्च की जा रही है। यही कारण है कि राज्य सरकार ने मनरेगा मजदूरों के लिए अपने स्तर से मजदूरी दर बढ़ाने का निर्णय लिया। हर क्षेत्र में जन आकांक्षा के अनुरूप फैसले लिये जा रहे हैं।पीसीसी डेलीगेट लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा झारखंड में अधिक समय तक शासन करने वाली भाजपा को छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड के विकास के मॉडल को समझने की जरूरत है तब उन्हें पता चलेगा कि झारखंड कहां खड़ी है,भाजपा सरकार ने राज्य में शिवाय भ्रष्टाचार के इतिहास बनाने के अलावा दूसरा कोई काम नहीं किया है।पीसीसी डेलीगेट डा.राजेश गुप्ता ने कहा 20 वर्षों में एक हाइकोर्ट और जमशेदपुर की सड़क जो बन रही है वह सबके सामने है,नया विधानसभा कई बार झूलता हुआ नजर आया।भाजपा के नेता यह बतायें कि अब तक कोई 20 वर्षों में कितने जन आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए काम किये हैं।
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