रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सह राज्य के वित्त तथा खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ0 रामेश्वर उरांव चमोली हादसे के बाद लोहरदगा जिले के रहने वाले नौ लापता लोगों के परिजनों से रविवार को उनके घर मिलने पहुंचे।
डॉ0 रामेश्वर उरांव ने इससे पहले भी चमोली हादसे में लापता लोगों को खोजने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया था और उत्तराखंड सरकार से संपर्क स्थापित कर सभी की सकुशल वापसी सुनिश्चित कराने की दिशा में आवश्यक पहल का निर्देश दिया था।
डॉ0 उरांव आज भंडरा प्रखंड के बरहेट गांव पहुंचे, इसी गांव के 9 लोग मजदूरी करने के लिए उत्तराखंड के चमोली जिला स्थित एनटीपीसी के हाई हैड्रोप्रोजेक्ट तपोवन में काम करने गये थे। इन 9 लोगों में से किसी भी व्यक्ति से अब तक परिजनों का संपर्क नहीं हो पाया है, जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ गयी है। मंत्री रामेश्वर उरांव ने परिजनों को आर्थिक सहायता देने के साथ ही यह भी भरोसा दिलाया कि आगे भी जो भी सहयोग की जरुरत की जरुरत पड़ेगी, उसे पूरा करने के लिए वे अपने स्तर से हरसंभव कोशिश करेंगे। उन्होंने उम्मीद जतायी कि जल्द ही सभी लापता श्रमिक अपने घर वापस लौट जाएंगे।
वित्तमंत्री को किस्को पंचायत समिति के सदस्य अनमोल तिर्की ने बताया कि 9 लापता लोगों में ज्योतिष बाखला, मंजनू बाखला, उर्बुनुष बाखला, सुनील बाखला, नेम्हस बाखला, रवींद्र उरांव, दीपक कुजूर, विक्की भगत और प्रेम उरांव शामिल है। इसमें से दो युवक सगे भाई है।लापता सभी लोगों के परिजनों एवं बरहेट गांव के लोगों के साथ सामूहिक बैठक कर डा रामेश्वर उराँव ने सबको ढांढस बंधाया एवं हर संभव सहायता करने का भरोसा दिलाया।