चाईबासा:झारखण्ड के पश्चिमी सिंहभूम जिला के मंगरा लुगुन पोड़ाहाट क्षेत्र के जंगलों अर्थात सोनुवा, गोइलकेरा आदि थाना क्षेत्रों में काफी सक्रिय था. यह मुठभेड़ गोईलकेरा थाना अन्तर्गत सारोगाडा़ गांव क्षेत्र के जंगल में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई,
मुठभेड़ में पीएलएफआई संगठन के दो लाख रूपये का इनामी कुख्यात नक्सली सह एरिया कमांडर मंगरा लुगुन के बीती रात चाईबासा जिला पुलिस व सीआरपीएफ की संयुक्त कार्यवाही में मारा गया है।बताया जा रहा है कि यह मुठभेड़ गोईलकेरा थाना अन्तर्गत सारोगाडा़ गांव क्षेत्र के जंगल में होने की बात कही जा रही है।पुलिस नक्सली कमांडर मंगरा लुगुन का शव जंगल से ला रहे है।
इधर चाईबासा एसपी ने कहा कि बुधवार की देर रात के करीब 1:30 बजे के आसपास पीएलएफआई उग्रवादी और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें एक उग्रवादी मारा गया है. जिसकी पहचान की जा रही है। मंगरा लुगुन के सूचना पर ही अभियान चलाया गया था मंगरा के ऊपर दो लाख का इनाम घोषित है।
बताया जा रहा है कि मंगरा लुगुन के साथ आधा दर्जन नक्सली रहते हैं तथा मंगरा स्वयं एके-47 लेकर चलता है। वह गोइलकेरा थाना क्षेत्र के सारुगाड़ा जंगल में पिछले कुछ दिनों से निरंतर सक्रिय था. उसका मुख्य उद्देश्य विकास योजनाओं को करने वाले ठेकेदारों, हब्बा-डब्बा जैसे जुआ खेल कराने वाले संचालकों, बालू घाट संचालकों आदि को डरा-धमका कर लेवी वसूली करना और वह हत्या आदि जैसी आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते रहा था।विश्वस्त सूत्रों के अनुसार गोइलकेरा व पश्चिम सिंहभूम की विभिन्न थाना की पुलिस मंगरा लुगुन की तमाम गतिविधियों पर निरंतर नजर बनायी हुई थी तथा उसे जल्द मार गिराने के प्रयास में लगी थी।