धनबाद: रांची स्थित प्रोजेक्ट भवन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के उपस्थित में केंबिनेट की बैठक हुई। बैठक में शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो ने जेएसएससी की तृतीय और चतुर्थ श्रेणी की नौकरी में धनबाद और बोकारो से क्षेत्रीय भाषा के रूप में भोजपुरी, मगही और अंगिका को हटाने और स्थानीय झारखंडी भाषा शामिल करने की बातें कही, मुख्यमंत्री ने हटाने की बातों पर सहमति जताया। उक्त जानकारी देते हुए टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने कहा कि हम सभी भाषा का सम्मान करते है, लेकिन झारखंड में झारखंडी ( स्थानीय) भाषा को ही लागू होगा।
इधर जगननाथ महतो ने कहा है की
भाजपा और आजसू पार्टी की मिक्सचर वाली दोमुंहा सरकार ने सर्वप्रथम 2018 में इस आग को लगाया था, सबको उलझा कर आग में घी डालने का काम कर रहा है। युवाओं के आंदोलन में घुस कर सब को बरगलाने का काम कर रहा है । युवाओं को निश्चिन्त करना चाहता हूँ , बहुत जल्द मगही , भोजपुरी को धनबाद, बोकारो के क्षेत्रीय भाषा के सूची से हटा लिया जाएगा।