रांची के मौसीबाड़ी में रहने वाले ब्लाइंड क्रिकेटर सुजीत मुंडा पिछले महिना भारत को टी20 वर्ल्ड कप दिलाया और देश और राज्य का नाम रौशन किया सुजीत मुण्डा अब किसी परिचय का मोहताज तो नहीं लेकिन आर्थिक माली हालत खराब, एक हजार पेंशन और 10 किलो चावल से चलता है घर, लेकिन परिवार बड़ा होने के कारण सिर्फ चावल से कैसे कटेगी जिंदगी।
उम्मीद फाउंडेशन हर महिना राशन मुहैय्या कराएगी
सामाजिक संस्था उम्मीद फाउंडेशन को जब पता चला कि ब्लाइंड क्रिकेटर सुजीत मुण्डा की आर्थिक हालत खराब चल रहा हैं उम्मीद फाउंडेशन के अध्यक्ष रितेश उंराव ने कहा जबतक
राज्य सरकार पक्का मकान और बाक़ी खिलाड़ी के तरह जो खेल विभाग से सहायता ना दे देते हैं तब तक हर महिना सुजीत मुण्डा के घर का पुरे राशन उपलब्ध कराएगी।
हर वर्ग के उम्मीदों के लिए बनी है उम्मीद फाउंडेशन प्रदीप मिर्धा
उम्मीद फाउंडेशन के उपाध्यक्ष प्रदीप मिर्धा ने बताया कि बिना किसी सरकारी सहायता के समाज और अपने सदस्यों के सहयोग से समाजसेवा के कार्यों को निस्वार्थ भाव से कर रही है, जिसका उद्देश्य समाज के अति पिछड़े और जरूरतमंद परिवार की मदद कर उसके जीवन को संवार कर उसे खुशहाल बनाना है। इससे पहले भी उम्मीद फाउंडेशन हर तरफ से निराश लोगों की मदद कर अपनी मानवता के उदाहरण पेश कर चुका है,
राशन पाकर खुशी से हंस पड़े सुजीत मुण्डा
झारखंड के मान बढ़ाने ल
वाले सुजीत मुण्डा ने कहा कि बचपन से देश और राज्य के लिए कुछ करने की चाहत थीं लेकिन राज्य और देश लिए मैंने कई मेडल लाए लेकिन जो सुविधा अन्य राज्यों के खिलाड़ी को मिलती है वह सुविधा हमें नहीं मिल पाती है, सुजीत मुण्डा ने कहा कि वर्ल्ड कप लाने के बावजूद भी सरकार और खेल विभाग की ओर से उन्हें कोई मदद नहीं मिल रहीं हैं ओर ना कोई सुविधा।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने घर और जीवनी सुधार का आश्वासन दिया था सुजीत मुण्डा
वर्ल्ड कप खेले जाने से पहले मुख्यमंत्री से मिले थे सुजीत मुण्डा और रांची में जमीन और उसी जमीन पर मकान दिलाने का भरोसा, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बच्चों की पढ़ाई जिम्मा उठायेगी और नये खेल पॉलिसी के तहत स्कॉलरशिप एंव कैश अवार्ड का प्रावधान है इसका लाभ यह निर्देश दिया गया था लेकिन अब तक सुजीत मुण्डा वंचित रह रहे हैं।