कुत्ते को बताया बाघ, रांची में दिन भर रहा दहशत का माहौल
रांची के हिनू के किलबन कॉलोनी में रहने वाले रणविजय सिंह के दावे से आज पूरे दिन राजधानी रांची में दहशत का माहौल रहा. रणविजय ने अपने मोहल्ले में बाघ देखने का दावा किया. रणविजय के दावे के बाद तरह तरह की चर्चाये और सोशल मीडिया पर अफवाहों का बाजार गर्म हो गया. कोई अपने छत पर बाघ के चलने का दावा करने लगा तो कोई बाघ के पंजो के निशान होने का दावा कर रहा था. खबर फैलते ही वन विभाग की टीम किलबन मोहल्ला पहुंची और पड़ताल शुरू किया.
बाघ जैसा जानवर देखने का दावा किया
रणविजय ने टीम को बताया कि उसने बाघ जैसा जानवर देखने का दावा किया है. उसके शोर मचाने पर बाघ चारदीवारी से छलांग लगाकर भाग गया. मोहल्ले के ही कुछ लोग रणविजय के दावे से दहशत में आ गए. लोगो ने कुत्ते के पंजे के निशान को रणविजय के दावे से जोड़ दिया और उसे बाघ के पंजो का निशान बताने लगे. कुछ लोग इसी बीच बाघ के छतो पर कूदने और चलने फिरने की अफवाह उड़ाने लगे.
वन विभाग की टीम ने इस खबर का खंडन किया
पूरे दिन पड़ताल करने के बाद वन विभाग की टीम ने इस खबर का खंडन किया कि इलाके में बाघ जैसा कोई जानवर मौजूद था. विभाग ने इसे लोगो की ग़लतफ़हमी का नतीजा बताया. टीम ने मोहल्ले और उसके आसपास के मोहल्लो की गहन पड़ताल की. और इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि इलाके में बाघ आने का कोई प्रमाण नहीं है. जिस पंजे को बाघ का बताया जा रहा है वह बाघ का नहीं बल्कि कुत्ते का है. वन विभाग ने लोगो से भयमुक्त रहने और अफवाहों को बल ना देने की अपील की है.