राजधानी में 2nd वर्ल्ड सस्टेनेबिलिटी समिट का हुआ आयोजन, प्रदूषण मुक्त भारत की उठी मांग
बैठक में उद्योग जगत से जुड़े लोगों ने हिस्सा लिया
न्यूजरूम/दिल्ली:राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पर्यावरण पर एक बैठक आयोजित की गई है, बैठक में टायर के बनने से ले कर रिसाइकलिंग होने तक चर्चा की गई, वाहनों के टायरों के जलने से होने वाले वायु प्रदूषण पर भी चर्चा की गई. टायरों के आकार घटाने और लोगों को रोजगार मुहैया कराने जैसी पहलों पर वक्ताओं ने अपनी बात रखी. इस बैठक में उद्योग जगत से जुड़े लोगों ने हिस्सा लिया. इस बैठक का आयोजन पॉलिसी टाइम्स चैंबर्स ऑफ कॉमर्स के निदेशक अकरम हक ने किया था.
“पॉलिसी टाइम्स का एक ही मिशन है, देश में तरक्की लाना और प्रधानमंत्री जी ने कुछ साल पहले एक सपना दिखाया पूरे देश को की 2072 तक भारत एक प्रदूषण मुक्त देश बनेगा, तो हमने भी एक मिशन लिया की आज से हम भारत को प्रदूषण मुक्त करने के लिए जो मुहिम चला रहे है उसमे भारत सरकार को साथ देंगे”
~ अकरम हक, पॉलिसी टाइम्स चैंबर ऑफ कॉमर्स
कार्यक्रम के माध्यम से लोगों से अपील की गई की टायरों की रीसाइक्लिंग ज्यादा से ज्यादा की जाए ताकी भारत प्रदूषण मुक्त बन सके। एक टायर के जलने से बेहतर है उसको रीसाइकल कर के उससे ऑयल और स्टील एक्सट्रैक्ट किया जाए, और ग्रीन इंडिया की मुहिम चलाई जाए।
वहीं टायर्स एंड रबर्स रीसायकल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष सतीश गोयल ने कहा कि ऐसा माना जाता है कि जब टायर जलता है तो यह प्रदूषण बढ़ता है. भारत में जल्द ही उच्चतम क्वालिटी की मशीनरी और टेक्नोलॉजी लाई जाएगी जिसके माध्यम से रीसाइक्लिंग को और आसान बनाया जा सके। यह सच है, लेकिन जिस तरह से हम इसे रीसायकल करते हैं. इससे इसका प्रदूषण से कोई लेना-देना नहीं होता. लेकिन सड़कों और छतों पर लगे टायरों में पानी जमा हो जाता है. इससे गंदगी फैलती है और डेंगू के मच्छर इसी पानी में पैदा होते हैं. हमें इसे भी रोकना होगा.
कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों ने बैठक में कही गयी बातों पर अमल का प्रण लिया और प्रदूषण मुक्त भारत की मांग की. राष्ट्रगान के साथ ही इस कार्यक्रम का अंत किया गया.