रांची:सीएम हेमंत सोरेन ने सोमवार को वन आश्रित ग्रामीण-आदिवासियों को ”हमर जंगल, हमर अभियान” की सौगात दी है. मुख्यमंत्री सोरेन और मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने ‘अबुआ बीर दिशोम अभियान’ की शुरुआत प्रोजेक्ट भवन में नगाड़ा बजा कर की. इस मौके पर सोरेन ने कहा कि डीसी एवं फॉरेस्ट अफसर इस बात का ध्यान रखें कि गलत हाथों में वन पट्टा न जाए. इससे जंगल को नुकसान होगा. आदिवासी ही जंगल को सच्चे मन से रक्षा और संरक्षित कर सकते हैं.
उन्होंने उपस्थित उपायुक्तों, जिला वन पदाधिकारियों एवं अन्य वन अधिकारियों के सामने इस अधिनियम के तहत आदिवासियों को वनाधिकार पट्टा देने में अब तक हुई लापरवाही पर नाराजगी भी व्यक्त की. सामान्य लहजे में ही उन्होंने सामूहिक रूप से अधिकारियों को इसके लिए खरी-खोटी सुनाई. कहा कि ईमानदारी से काम करें, 10 वर्षो में यही रिजल्ट मिलेगा, जिस पर आपलोगों को गर्व होगा. इस मौके पर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री की प्रधान सचिव वंदना दादेल, विभागीय प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, राजस्व विभाग सचिव अमिताभ कौशल, प्रधान मुख्य वन संरक्षक संजय श्रीवास्तव, आदिवासी कल्याण आयुक्त अजय नाथ झा, सभी जिलों के उपायुक्त सहित कई उपस्थित थे.