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रांची:मेरे नन्हे कदम ए प्ले स्कूल के बच्चों ने 10 वां वार्षिक महोत्सव में अतिथियों एवम अभिभावकों को मंत्र मुग्ध किया । “10 साल बेमिसाल” मेरे नन्हे कदम ए प्ले स्कूल ने ताना भगत ऑडिटोरियम में वार्षिक महोत्सव का आयोजन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आशा लकड़ा भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय मंत्री और निवर्तमान महापौर, राँची पूर्व में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय मंत्री थी। कार्यक्रम में गेस्ट ऑफ ऑनर सैयद समेओल अहमद जी नेशनल प्रेसिडेंट पासवा थे। कार्यक्रम में रांची के विभिन्न स्कूलों के डायरेक्टर एवं प्रिंसिपल भी मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना से की गई। कार्यक्रम में मेरे नन्हें कदम प्ले स्कूल के तीनो शाखाओं लाइन टैंक रोड, अशोक नगर एवं रामगढ़ के बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया। हाफिक खान ने पापा पर बहुत ही सुंदर कविता सुनाई। शिखर अधर्व ने चंद्रयान बनकर सारे वैज्ञानिकों को बधाई दी। छोटी छोटी बच्चियों ने नृत्य कर के नारी सशक्तिकरण के विषय पर भी प्रकाश डाला गया ।
नन्हें मुन्हे बच्चों द्वारा गीत “वी शैल ओवरकम भी गाया गया जिसे सभी अभिभावकों ने बहुत सराहा। कुछ बच्चों ने कविता एवं बालगीत गाकर अभिभावकों को मंत्र मुग्ध किया। अभिभावकों की आँखें खुली की खुली रह गयी जब बच्चों ने पापा मेरे पापा, महबूबा, जादू, मेरा वाला डांस, आरंभ है प्रचंड, वो कृष्णा है, राम जी की निकली सवारी, फ्लूट डांस और डांडिया के ताल पर नृत्य प्रस्तुत किया। बच्चों ने नाटक प्रस्तुत किया जिस में उन्होंने भारत के अलग अलग सांकृति के पोषक पहनकर एकता में बल को दर्शाया। कुछ बच्चों ने राधा-रानी, गोपियाँ और कृष्ण बन कर नृत्य प्रस्तुत किया और वृंदावन को दर्शाने की कोशिश की। स्कूल की निर्देशक विभा सिंह ने बताया की हम अपने बच्चों को इस तरह तैयार करते हैं की शहर के सभी टॉप स्कूलों में उनका नामांकन उनकी मेरिट पर होता है। ना सिर्फ हम प्रवेश परीक्षा की तैयारी करते हैं बल्कि यह भी सुनिश्चित करते है की वे वहां जा कर भी वहां की टॉपर रहें। मेरे नन्हें कदम ए प्ले स्कूल ना सिर्फ शैक्षणिक उत्कृष्टता बल्कि बच्चों का सर्वांगीन विकास करना भी अपना मुख्य उद्देश्य समझता है। बच्चो एवं शिक्षकों की मेहनत की सराहना की। उन्होंने कहा की वे आगे भी बच्चों में छुपे हुनर को तराशने की पूरी कोशिश करेंगी। अभिभावकों ने न केवल कार्यक्रम की तारीफ़ की बल्कि बच्चों में स्कूल द्वारा सिखाया गया अनुसाशन की भी तारीफ़ की।