रांची:झारखंड सरकार के मंत्री आलमगीर आलम साहब के आवास में झारखंड एआइएमआइएम के एक प्रतिनिधि मंडल ज्ञापन सोपा उसके बाद महात्मा गांधी रोड अंजुमन इस्लामिया रांची मैं एक बड़ी प्रोग्राम रखी गई जिसमें रांची: एआइएमएम के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद शाकिर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड राज्य के तमाम अल्पसंख्यक समाज के लोगों के हक और अधिकार के लिए झारखंड के सभी मुस्लिम मंत्रियों और विधायकों को 6 सूत्री मांग पत्र दिया गया ,सभी से यह मांग किया गया कि झारखंड सरकार के कार्यकाल में पुलिस हिरासत में लिंचिंग किए गए लोगों के आश्रितों को 50 लख रुपए एवं नौकरी के साथ दोषी पुलिस कर्मियों पर कठोर कार्रवाई किया जाए। मॉब लांचिंग के शिकार हुए पीड़ित परिवारों को अभिलंब मुआवजा एवं नौकरी दिलाया जाए। पिछले 10 जून 2022 को रांची हिंसा के दौरान पुलिस द्वारा दो शहीद हुए एवं 14 अन्य लोगों को गोली मारकर अपाहिज बनाने वाले पुलिसकर्मियों को उच्च स्तरीय जांच कर कारवाई किया जाए, एवं 10000 से ज्यादा निर्देश लोगों पर की गई फर्जी को एफआईआर पत्थलगड़ी कांड के तर्ज पर निरस्त किया जाए । 2019 के अपने घोषणा पत्र में जो सरकार की पार्टियों ने वादा किया था मुसलमानो से वह तमाम वादों को पूरा करें । उर्दू शिक्षकों की खाली पदों को बहाल किया जाए । तमाम विद्यालय जो बिहार सरकार के समय में उर्दू विद्यालय के रूप में चल रहे थे उन्हें वापस उर्दू विद्यालय का दर्जा दिया जाए।
Aimim महानगर अध्यक्ष मोहम्मद शाहिद अय्यूबी रांची समेत झारखंड के आम जनता से अपील की है कि आईए मजलिस का दामन थामे और बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी साहब का सपनों को साकार करें अपना लीडरशिप पैदा करें
पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा झारखंड के जन मुद्दों को को लेकर आप अपने-अपने क्षेत्र में कम करें।
प्रेस वार्ता में समीर अली एआईएमएम के संगठन महासचिव, शाहिद अयूबी रांची महानगर अध्यक्ष, तौफीक आलम लोहरदगा जिला अध्यक्ष, मुमताज अहमद चतरा प्रभारी, सूरज दास बरही विधानसभा प्रभारी, विनीत रविदास विश्रामपुर विधानसभा प्रभारी और रामेश्वर राव समेत कई लोग मौजूद थे।