दहेज हराम है,बिना दहेज के निकाह करने की अपील
रांची:मुसलामानों से रुबा जिंदगी फाउंडेशन ने एक अपील की है,
डायरेक्टर तस्नीम रुबा ने गुजरात में कथित रूप से दहेज प्रताड़ना के कारण हाल में एक मुस्लिम महिला के साबरमती नदी में कूदकर आत्महत्या की घटना पर चिंता जाहिर करते हुए इस सिलसिले में सभी मुसलामानों के संघटन और अंजुमन इस्लामिया से जागरूकता फैलाने की अपील की है।
पूरे मुस्लिम समाज को चिंता में डाल दिया है
फाउंडेशन के डायरेक्टर तस्नीम रुबा ने एक बयान में कहा कि कुछ दिन पहले गुजरात के अहमदाबाद में कथित रूप से दहेज प्रताड़ना से परेशान आयशा आरिफ खान नामक विवाहिता ने साबरमती नदी में कूदकर जिस तरह खुदकुशी की, उसने पूरे मुस्लिम समाज को चिंता में डाल दिया है।
उन्होंने कहा “अंजुमन के लोगो से अपील है निकाह के सिलसिले में लागू इस्लामी आदेशों और अल्लाह तथा रसूल द्वारा निर्धारित शौहर तथा बीवी के अधिकारों एवं कर्तव्यों के बारे में साफ तौर पर आसान भाषा में आम मुसलमानों के सामने बयान करें। ताकि आयशा द्वारा आत्महत्या जैसी दुखद घटनाएं रोकी जा सकें।”तस्नीम ने कहा “निकाह जैसे नेक काम के दौरान दहेज की जो मांग की जाती है वह गैर शरई और हराम है। मुसलमानों का एक समूह ऐसा है जिसमें यह गैर इस्लामी और गैर इंसानी रिवाज कायम है।” उन्होंने अपील की कि तमाम मुसलमान इस बात का वादा करें कि वह अपने बच्चों की शादियों में ना तो दहेज लेंगे और ना ही देंगे तभी लोगों को इस बड़े जुर्म से छुटकारा मिलेगा।