धनबाद अंचल के आमाघाटा माैजा में सरकारी जमीन को खाली कराने पहुंचे एडीएम ( विधि व्यवस्था ) चंदन कुमार को बुुधवार को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा। स्थानीय लोगों ने एडीएम के नेतृत्व में पहुंची पुलिस-पदाधिकारियों की टीम को दाैड़ा दिया। लोगों की संख्या अधिक होने के कारण पुलिस-प्रशासन को थोड़ी देर के लिए पीछे हटने को मजबूर होना पड़ा। विरोध को ऊतारू स्थानीय लोग काफी उग्र थे। एडीएम को दाैड़ा दिया। साथ ही डीसी के खिलाफ मूर्दाबाद के नारे भी लगाए। सरकारी जमीन पर बने निर्माण को तोड़ने के लिए लाई गई जेसीबी के सामने लोग खड़े हो गए। आक्रोश को देखते हुए पुलिस-प्रशासन को नरम होना पड़ा।
स्थिति नियंत्रण में, पुलिस ने की मोर्चाबंदी, जेसीबी तोड़ रही बाउंड्री
पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच लगभग 15 मिनट की जबरदस्त झड़प के बाद फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। दोनों तरफ से जमकर पत्थरबाजी हुई। पुलिस की ओर से लाठी भांजने के विरोध कर रहे स्थानीय लोग वापस लौटे। फिलहाल नगर निगम की जेसीबी मशीन बाउंड्री तोड़ने में लगी हुई है। झड़प से पहले एक मशीन आई थी, अभी दो जेसीबी मशीन और मंगवाकर बाउंड्री थोड़ी जा रही है। यह बाउंड्री पप्पू सिंह की है। दोनों तरफ से हुई झड़प में एक महिला पुलिसकर्मी घायल हुई है। पुलिस ने स्थानीय लोगों पर भी जमकर लाठियां बरसाई। इस दौरान स्थानीय लोग भी चोटिल हुए हैं। फिलहाल नियम स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। चारों तरफ पुलिस के जवान मुस्तैद हैं।
बता दें कि धनबाद अंचल के आमाघटा मौजा के अतिक्रमणकारियों के खिलाफ प्रशासन का डंडा चलेगा। इस बाबत धनबाद के अंचल अधिकारी प्रशांत कुमार नायक ने मंगलवार को अतिक्रमण किए गए क्षेत्रों में मुनादी की थी। तत्काल अतिक्रमण किए गए निर्माण को खाली करने का निर्देश दिया। कहा गया कि बुधवार से अतिक्रमणकारियों के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई शुरू की जाएगी। जो लोग स्वेच्छा से अपने निर्माण को नहीं हटाते और जगह खाली नहीं करते हैं उसे जबरन हटाया जाएगा। इसमें जो लोग बाधा उत्पन्न करेंगे उनके खिलाफ कानून सम्मत कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद एडीएम के नेतृत्व में बुधवार सुबह अवैध निर्माण को ध्वस्त करने टीम पहुंची थी।
44 अतिक्रमणकारियों का हटे का कब्जा
अंचलाधिकारी प्रशांत कुमार ने बताया कि आमाघटा मौजा कुल 74 अतिक्रमण कारी चिन्हित किए गए हैं। इसमें च्वाइस अतिक्रमण कारी ऐसे हैं जिनके पास किसी भी प्रकार की जमाबंदी या जरूरी कागजात नहीं है। बिना किसी कागज के यहां अतिक्रमण करके रह रहे हैं। वही पीछे से अतिक्रमण कारी हैं जिन्होंने गैरमजरूआ जमीन पर निर्माण खड़ा कर दिया है उनके विरुद्ध जेपीएल एक्ट के तहत कार्रवाई शुरू की जाएगी। ऐसे लोगों के पास कुछ जमीन के काल रात है, जिनकी जांच भी की जाएगी और केस किया जाएगा।
पांच अरब रूपये की जमीन की लूट
धनबाद अंचल के आमाघाटा माैजा में करीब पांच अरब रुपये की सरकारी जमीन बेच दी गई है। इस जमीन फर्जीवाड़े को जाली दस्तावेज के सहारे अंजाम दिया गया है। यह जमीन धनबाद के बड़े-बड़े कारोबारी घराने के नाम की गई है। इसका रकवा करीब 71 एकड़ है। आमघाटा पुराना खाता संख्या 28, नया खाता – 89, जिसका पुराना प्लॉट 185, नया प्लॉट 72 एवं पुराना प्लॉट 187, नया प्लॉट 195-196 गैर आबाद भूमि है। हीरक रोड एवं आसपास की यह जमीन को राजस्व कागजातों में हेराफेरी कर कतिपय भू-माफिया जमीन हड़प रहे हैं। जिस गैर आबाद भूमि की जमाबंदी कायम नहीं है, उसका अतिक्रमण किया जा रहा है।