![मुराईडीह कोल डंप विवाद : एसडीएम के साथ त्रिपक्षीय वार्ता विफल](https://jharkhandnewsroom.com/wp-content/uploads/2021/03/19-10.jpg)
बाघमारा (धनबाद): मुराईडीह कोल डंप में दो पक्ष के बीच चल रहे विवाद को लेकर एसडीएम सुरेंद्र कुमार के कार्यालय में मंगलवार को त्रिपक्षीय बैठक हुई। बैठक बिना नतीजे के समाप्त होने पर एक बार फिर मुराईडीह कोल डंप में ग्रहण लगने जैसे हालात उत्पन्न हो गई है। बीसीसीएल प्रबंधन, सिडिकेट समर्थक व सिडिकेट विरोधी पक्ष तय समय पर एसडीएम कार्यालय पहुंचे और वार्ता शुरु हुई।
दोनों पक्षों के बैठक में पहुंचने वाले लोगों की संख्या में अंतर होने पर विवाद उत्पन्न होने लगा। सिडिकेट की ओर से तीन तो सिडिकेट विरोधी की ओर से पांच लोग पहुंचने पर विवाद हो गया। सिडिकेट विरोधियों में डीओ धारक के अलावा नेता सहित कई अन्य लोगों के बैठक में शामिल होने पर सिडिकेट समर्थकों ने आपत्ति जताई। डंप में मजदूरों के दंगलों की संख्या व मजदूरी पर चर्चा शुरू होने पर सिडिकेट समर्थकों के प्रतिनिधियों ने मजदूरों के अध्यक्ष को बुलाने की मांग की, जिससे विवाद और बढ़ गया।
सिडिकेट समर्थक बैठक छोड़कर बाहर निकल गए। हालांकि सिडिकेट विरोधियों ने अपना पक्ष रखते हुए मजदूरों की मजदूरी के अलावा किसी तरह का रंगदारी का भुगतान करने से साफ इन्कार कर दिया। एसडीएम सुरेंद्र कुमार दोनों पक्षों को समझने का प्रयास किया पर बात नहीं बनी। दोनों पक्ष बाहर निकलने के बाद बरोरा के जीएम चित्तरंजन कुमार व सीआइएसएफ इंस्पेक्टर के साथ काफी देर तक बातचीत चला। बीसीसीएल प्रबंधन को भी इस मामले को हल्के से लेने के लिए फटकार लगाई। सीआइएसएफ को भी डंप परिसर में अनाधिकृत रुप से लोगों के जमावड़ा लगने से रोकने की बात कही। इसके अलावा बरोरा क्षेत्र के जीएम चित्तरंजन कुमार को बिना फैसला हुए अगले आदेश तक डंप बंद रखने का आदेश दिया।
आठ दिन पहले मुराईडीह कोल डंप में गोली चलने के बाद कोयले उठाव पर रोक का आदेश दिया गया था। मुराईडीह कोल डंप मे आरओएम वाशरी फोर व फाइव ग्रेड कोयले का डीओ आने के बाद ट्रकों मे पेलोडर लोडिग का विरोध शुरू हुआ था। मजदूर आंदोलन पर उतर आए थे। इस बीच सिडिकेट विरोधियों को छोड़ सभी की ट्रकों मे लोडिग शुरू हुआ, जिसका सिडिकेट विरोधियों ने विरोध शुरू कर दिया था। गत मंगलवार को डंप के अंदर दो चक्र गोली चलने के बाद लोडिग बंद करा दी गई थी। दोनों के बीच समझौता के लिए एसडीएम ने अपने कार्यकाल में बैठक बुलाई थी।