धनबाद में बीसीसीएल कोलियरी की ट्रांसपोर्ट आउटसोर्सिंग में कार्यरत हाजरी बाबू की हत्या के बाद परिजन मुआवजा की मांग को लेकर आउटसोर्सिंग पहुंचे. इस मौके पर पुलिस की ओर से परिजनों पर लाठीचार्ज किया गया और अपशब्द का भी इस्तेमाल किया गया.
धनबादः झरिया की बीसीसीएल कोलियरी ‘एना की आरके ट्रांसपोर्ट आउटसोर्सिंग’ में कार्यरत हाजरी बाबू की हत्या सोमवार को कर दी गई. इसके बाद परिजनों और स्थानीय लोग शव के साथ आउटसोर्सिंग पहुंचे और मुआवजे की मांग करने लगे. इस दौरान पुलिस की ओर से परिजन और स्थानीय लोगों पर लाठीचार्ज किया गया. पुलिस की इस कार्यशैली से परिजनों और स्थानीय लोगों में आक्रोश है.
उनके शरीर पर गहरे जख्म के निशान भी थे
ट्रांसपोर्ट आउटसोर्सिंग के हाजरी बाबू मोहित श्रीवास्तव की सोमवार को ही हत्या कर दी गई थी, जिनका शव गिरिडीह के निमियाघाट थाना क्षेत्र के लाल बाजार के कुछ दूरी पर पुलिस को मिला था. उनके शरीर पर गहरे जख्म के निशान भी थे. सूचना मिलने के बाद झरिया थाना के इंस्पेक्टर पीके सिंह दलबल के साथ मौके पर पहुंच गए. इससे पहले कि लोग अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन करते इंस्पेक्टर ने उन्हें आउटसोर्सिंग छोड़कर जाने की वार्निंग दी. पुलिस के पास परिजन अपनी बात रख ही रहे थे कि इंस्पेक्टर पीके सिंह आग बबूला हो उठे. इंस्पेक्टर परिजनों को गाली गलौज करते हुए धक्का देकर आउटसोर्सिंग से बाहर करने लगे. इसके बाद परिजनों के ऊपर इंस्पेक्टर ने लाठीचार्ज कर दिया. पुलिस बल ने भी लाठीचार्ज चार्ज करते हुए मौके पर मौजूद लोगों को खदेड़ा.