रांची: राजधानी के नामकुम स्थित आचार्यकुलम विद्यालय में प्रबंधन पर अभिभावकों ने मनमानी करने का आरोप लगाया है. अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन पर मनमाने ढंग से सरकारी आदेशों को ताक पर रखते हुए जबरन शुल्क वसूलने का आरोप लगाया है.
अभिभावकों ने इस संबंध में झारखंड शिक्षा न्यायाधिकरण से गुहार लगायी है. एक हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन झारखंड शिक्षा न्यायाधिकरण के अध्यक्ष को प्रेषित करते हुए स्कूल प्रबंधन की मनमानी पर अविलंब रोक लगाने और यथोचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया है.
स्कूल प्रबंधन अब वादे से मुकर गया है
अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन पर आरोप लगाया है कि किसी प्रकार का वार्षिक शुल्क नहीं लिये जाने का स्कूल प्रबंधन ने वादा किया था, लेकिन स्कूल प्रबंधन अब वादे से मुकर गया है. इतना ही नहीं, कोविड-19 महामारी के दौरान स्कूल पूरे सत्र बंद रहा. लॉकडाउन की शुरुआत से ही स्कूल प्रबंधन 2500 रुपये प्रति माह की दर से साल भर की फीस भुगतान के लिए अभिभावकों पर लगातार दबाव बना रहा है. यहां तक कि परीक्षा से वंचित रखने और प्रमोशन रोकने तक की चेतावनी दी जा रही है.
अभिभावकों ने कहा है कि प्रबंधन झारखंड सरकार के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा 25 जून 2020 को जारी आदेशों का खुला उल्लंघन कर रहा है. नये सत्र 2021-22 के लिए आचार्यकुलम् प्रबंधन ने एक नया फी स्ट्रक्चर जारी कर दिया है, जिसमें एनुअल चार्ज, डेवलपमेंट चार्ज, कंप्यूटर फीस, लाइब्रेरी मिसलेनियस चार्जेज आदि की मांग की जा रही है. अभिभावकों ने कहा कि स्कूल प्रबंधन का यह फरमान सरकार के आदेश का उल्लंघन है और उसके अपने वादे का भी.
इस संबंध में अभिभावकों ने पूर्व में उपायुक्त, जिला शिक्षा अधीक्षक, जिला शिक्षा पदाधिकारी को भी सूचित किया था, तत्पश्चात 25 फरवरी 2021 को झारखंड सरकार के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव को भी इस संबंध में लिखित शिकायत की थी.
उक्त आवेदनों पर कोई कार्रवाई नहीं होता देख अभिभावकों ने झारखंड शिक्षा न्यायाधिकरण का दरवाजा खटखटाया है.