बाबा बैद्यनाथ मंदिर में पूजा करते कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी
झारखंड प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष विधायक इरफान अंसारी अपने बयानों को लेकर अक्सर विवादों में रहते हैं। वह कांग्रेस के विधायक हैं इसके बावजूद पार्टी के विधायक और मंत्रियों पर भी निशाना साधते रहते हैं। कोरोना को लेकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गु्प्ता पर निशाना साधा है।
देवघर अपने विवादस्पद बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले झारखंड प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष विधायक इरफान अंसारी ने खुद को शिव भक्त बताया है। उन्होंने बुधवार को शिवभक्त बताते हुए देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर में जाकर पूजा की। साथ ही कहा कि जब भी मन विचलित होता है वह बाबाधाम आ जाते हैं। चुपके से बाबा मंदिर में शीश नवाते हैं। इरफान अंसारी झारखंड के जामताड़ा जिले के जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। अंसारी के पिता फुरकान अंसारी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं। वे गोड्डा लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। विधायक इरफान बुधवार सुबह बाबा बैद्यनाथ मंदिर पहुंचे। उन्होंने बाबा मंदिर में पूजा-अर्चना की।
सांसद निशिकांत को बताया बाहरी
अंसारी ने सांसद निशिकांत दुबे पर आरोप लगाया कि वह बाहरी हैं और पंडा समाज, यहां के ब्राह्मणों को नीचा दिखाने का काम किया है। मधुपुर सीट ब्राह्मण की सीट थी। राज पलिवार का नाम लिए बगैर कहा कि लगातार वहां से जीत रहे थे। वह सीट अब ब्राह्मण के हाथ से चला गया। इरफान ने कहा कि वह संकल्प लिए हैं कि ब्राहम्णों के सम्मान में कभी उनका सर झुकने नहीं देंगे।
मंत्री नहीं बनने का छलका दर्द
एक सवाल के जवाब में कहा कि पिता फुरकान अंसारी से राजनीतिक ट्रेनिंग लिया हूं। मेरे पिता से ही बादल पत्रलेख ने ट्रेनिंग लिया। सवालिया लहजे में कहा कि आज बादल पत्रलेख मंत्री हैं। क्या वह ( इरफान इंसारी) मंत्री नहीं बन सकते थे? कहा कि फुरकान अंसारी ने देवघर और ब्राह्मणों की रक्षा के लिए बहुत कुछ किया। उन्हीं का बेटा हूं। देवघर के लिए बहुत कुछ करना है। उनके साथ पूजा करने आए विधायक अकेला यादव ने कहा कि कोरोना संक्रमण से राज्य और राष्ट्र की बाबा रक्षा करें। यही कामना करने आए थे।