रांची :रमजान मुबारक में एक रात शबे कद्र जो हजारों महीनों से बढ़कर है l अल्लाह ताला ने उसके रोजे को फर्ज फरमाया और उसके रात के कयाम यानी ( तरावीह )को सवाब की चीज बनाया है l जो शख्स इस महीने में किसी नेकी के साथ अल्लाह का कुर्ब हासिल करे ऐसा है जैसा कि इस महीने में गैर रमजान में फर्ज अदा किया l जो शख्स इस महीने में किसी फर्ज को अदा करे वह ऐसा है जैसा की गैर रमजान मैं 70 फर्ज अदा करें l यह महीना सब्र का है और सब्र का बदला जन्नत है l