रांची:रांची में आज मौसम का एक दुर्लभ नजारा देखने को मिला।
इस दौरान सूर्य के चारों तरफ लाल और ब्लू रंग का घेरा बन गया। यह नजारा सुबह 10 बजे से 11.10 बजे के बीच दिखाई दिया। दरअसल, इस दुर्लभ नजारे को ’22 डिग्री सर्कुलर हेलो’ के नाम से जाना जाता है।
रांची में डायमंड रिंग जैसा ये नजारा देखने के लिए सुबह 10 बजे से लोगों की निगाहें आकाश पर लगी रहीं। जिसने भी ये दृश्य आकाश में देखा वो वहीं ठहर गया। धीरे-धीरे यह खबर फैली, तो जो जहां थे, वहीं से मोबाइल या कैमरे में इस दृश्य को कैद करना शुरू कर दिया।
सूर्य और कभी-कभार चंद्रमा के ’22 डिग्री सर्कुलर हेलो’ को मून रिंग या विंटर हेलो के नाम से जाना जाता है।
झारखंड के एक सीनियर शोधकर्ता ने बताया कि ऐसा तब होता है जब सूर्य या चंद्रमा की किरणें सिरस क्लाउड (वैसे बादल जिनकी परत काफी पतली और महीन होती है और जिनका निर्माण प्राय: 18 हजार फीट ऊपर होता है) में मौजूद हेक्सागोनल आइस क्रिस्टल्स से विक्षेपित हो जाती हैं।
उन्होंने कहा, ‘इस तरह के सिरस क्लाउड का निर्माण तब होता है जब पृथ्वी की सतह से करीब पांच से 10 किलोमीटर ऊपर जलवाष्प, आइस क्रिस्टल्स में संघनित हो जाते हैं। ठंडे देशों में यह नजारा आम बात है। लेकिन हमारे देश में इसका होना काफी दुर्लभ है और इसका अनुमान नहीं लगाया जा सकता है। सूर्य के चारों तरफ लाल और ब्लू रंग की यह रिंग करीब 1 घंटे से ज्यादा दिखाई दी थी।’
मौसम वैज्ञानिकों ने इस बात की पुष्टि की कि इससे पहले भी इस तरह का नजारा देखने को मिला था। उन्होंने यह भी बताया कि किसी तूफान के आने से पहले यह नजारा पैदा होता है।