रांची: कोरोना महामारी के वजह से खादगढ़ा बस स्टैंड कांटाटोली के संवदेक आर्थिक तंगी का सामना कर रहा है,पूरा साल कोरोना का मार झेलने के बावजूद मजबूरी में स्टैंड का संचालन ठेकेदार इरफान खान के द्वारा किया जा रहा है,
लेकिन अब ठेकदार इरफान खान आर्थिक तंगी का शिकार हो गए हैं,
यहां तक कि स्टैंड से स्टाफ खर्च भी निकालना मुश्किल हो गया है, करोड़ों रुपए में नगर निगम द्वारा स्टैंड का टेंडर किया जाता है,लेकिन कोरोना के वजह से यात्रियों की संख्या नहीं के बराबर हो गई है,
बसों की संख्या में भारी कमी आ गई है
स्टैंड से पहले प्रतिदिन 500 बसें पूरे राज्य और बिहार बंगाल के लिए चलती थी,पर कोरोना और लॉकडाउन के वजह से बसों की संख्या 90 से 100 हो गई है,
ठेकेदार इरफान ने कहा कि पिछले 1 साल से कोरोनाकाल में स्टैंड भरी नुकसान में चल रहा है,
और अब तो स्थिति बद से बदतर हो गई है,स्टाफ को पैसे देने के भी स्थिति नही है,यही स्थिति रही तो स्टैंड सरेंडर कर देंगे,
हजारों परिवार आश्रित है स्टैंड से
हर बस में 5 स्टाफ होते हैं,
500 बस में 2500 स्टाफ
फिलहाल लॉकडाउन में कोरोना के खौफ से यात्रियों का आवागमन में भारी गिरावट आ गई है।
स्टैंड की बंदोबस्ती करोड़ों में होती है,
70% राशि निगम में टेंडर के वक्त जमा हो जाती है,और अब स्टैंड से भरी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है,
निगम इस नुकसान की घड़ी में मदद करे
संवेदक ने रांची नगर निगम से अनुरोध किया है की,हमे रियायत दे,कुछ महीनों की माफी दे,
हमलोग आर्थिक तंगी का सामना कर रहे है,हमारे साथ न्याय किया जाए,
पीछे कई सालों से हमलों स्टैंड का संचालन कर रहे हैं,
पहली बार ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है,इस मुश्किल घड़ी में हमारी मदद करें,नही तो मजबूरी में स्टैंड सरेंडर कर देंगे