रामसहाय यादव ने कहा कि तिलक दहेज की मांग करना बहुत बड़ा पाप है
गिरिडीह: वर्तमान समय में समाज में दहेज प्रथा रूपी चलन कोढ़ के समान व्याप्त है. दहेज प्रथा के खिलाफ सरकार द्वारा कठोर कानून भी बनाये हैं. सामाजिक व जातीय बैठकों में भी इसके उन्मूल पर जोर देते हुए बड़ी बड़ी बातें की जाती है. इसके बाद भी समाज के सामने ये समस्या बनी है. इसी बीच गावां प्रखंड स्थित पिहरा पूर्वी पंचायत अंतर्गत कुरवातरी निवासी रामसहाय यादव ने दहेज मुक्त विवाह करके समाज के सामने एक आदर्श प्रस्तुत किया है.
उन्होंने अपने दो पौत्रों का विवाह बिना दहेज़ के किया है
गौरतलब है कि गावां प्रखंड स्थित पिहरा पूर्वी पंचायत अंतर्गत कुरवातरी निवासी रामसहाय यादव ने दहेज मुक्त विवाह करके समाज के सामने एक मिसाल रखी है. उन्होंने अपने दो पौत्रों का विवाह बिना दहेज़ के किया है. उन्होंने अपने पहले पौत्र देवेश कुमार यादव पिता राजेन्द्र प्रसाद यादव का विवाह तिसरी थाना क्षेत्र के राउतडीह निवासी गुंजा भारती पिता विजय कुमार राउत के साथ किया है.
जबकि दूसरे पौत्र भरत कुमार यादव का विवाह कोडरमा जिला के तेलोडिह में किया गया है. दोनों विवाह में किसी प्रकार का दहेज नहीं लिया गया.रामसहाय यादव ने कहा कि तिलक दहेज की मांग करना बहुत बड़ा पाप है. आग्रह के बाद भी हमने इसे लेना स्वीकार नहीं किया है.