रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और डॉ0 राजेश गुप्ता छोटू ने कहा है कि कोरोना संक्रमण से पूरे देश के साथ राज्य में भी भयानक तबाही मची है, लेकिन इस भीषण संकट के वक्त भी महामारी से उबरने में मदद की बजाय भाजपा नेता-कार्यकर्त्ता पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस से मिली हार के बाद अपनी खींज को मिटाने के लिए क्षुद्र राजनीतिक एजेंडे को पूरा करने में जुटे है।
वे अपने घर में दुबके बैठे हैं और घर में धरना देने का ढोंग और स्वांग रच रहे हैं
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि झारखंड में पिछले एक महीने से कोरोना के दूसरे फैलाव से एवं पिछले पन्द्रह दिनों से स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के कई तरह की पाबंदियां लागू हैं, हजारों संक्रमित और उनके परिजन परेशान है, लेकिन भाजपा नेताओं को इनकी चिंता नहीं है, वे अपने घर में दुबके बैठे हैं और घर में धरना देने का ढोंग और स्वांग रच रहे हैं। इससे पहले जब देश में स्थिति तेजी से सामान्य हो रही थी कि भाजपा नेता चुनाव के बहाने कोरोना संक्रमण के फैलाव में जुटे थे, यही कारण है कि आज देश ही नहीं, बल्कि दुनिया भर की मीडिया कोरोना संकट से निपटने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों की आलोचना कर रही है।भाजपा के तमाम नेता एवं तीन तीन पूर्व मुख्यमंत्री घरों में बैठकर नेतागीरी चमका रहे हैं।
पिछले वर्ष भी लॉकडाउन के वक्त भाजपा के अधिकांश नेता-कार्यकर्त्ता अपने घरों में दुबक गये थे
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव कहा कि पिछले वर्ष भी लॉकडाउन के वक्त भाजपा के अधिकांश नेता-कार्यकर्त्ता अपने घरों में दुबक गये थे और प्रदेश भाजपा कार्यालय में साढ़े पांच किलोग्राम का ताला महीनों लटकता रहा। पिछली बार वे चिट्ठी-चिट्ठी के खेल के साथ घरों में मक्खन-रोटी खाकर अनशन देने का स्वांग कर रहे थे और इस बार घरों में धरना देने का ढोंग कर फोटो मीडिया में जारी कर खबरों में बने रहने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रदेश प्रवक्ता डॉ0 राजेश गुप्ता, छोटू ने कहा कि भाजपा के किसी सांसद-विधायक ने कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड, इंजेक्शन और जीवन रक्षक दवाईयां उपलब्ध कराने के लिए अपने नेताओं और केंद्र सरकार से आग्रह तक नहीं किया, हालांकि जब सर्वदलीय बैठक बुलायी जाती है, तो ये राज्य सरकार के साथ मिलकर काम करने और सहयोग की बात करते है, लेकिन बाद में इनका असली चेहरा जनता के सामने आ जाता है।