रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और डॉ0 राजेश गुप्ता छोटू ने कहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत के बाद जो ट्वीट किया गया है, वह सिर्फ मुख्यमंत्री की भावना नहीं है, बल्कि जनभावना है। भाजपा नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इतनी भयंकर त्रासदी में भी इतने अधिक आत्ममुग्ध है कि उनकी अंतरात्मा नहीं जाग रही है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि राज्य के लोगों को यह जानने का पूरा अधिकार है कि इस संकट की घड़ी में प्रधानमंत्री ने लोगों की मदद के लिए कौन सी बात की और किस तरह की सहायता उपलब्ध करायी। उन्होंने कहा कि यही बात जब मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक कर दी, तो प्रदेश भाजपा के सारे नेता बिलाबिलाकर प्रोटोकॉल की दुहाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में सिर्फ लोगों की जान बचाना ही एकमात्र प्रोटोकॉल रह जाता है और इस दिशा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य सरकार पूरी तन्मयता के साथ काम कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि भाजपा नेताओं को मुख्यमंत्री के ट्वीट पर रोने-बिखलने की जगह इस वैश्विक महामारी में जनता के प्रति प्रतिबद्धता और संवेदनशीलता दिखानी चाहिए और केंद्र सरकार से यह मांग करनी चाहिए कि झारखंड को पर्याप्त संख्या में रेमडेसिवर इंजेक्शन मिले और ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता सुनिश्चित हो। इसके अलावा जो जीवन रक्षक दवाईयों और अन्य चिकित्सीय उपकरण है, वह भी पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हो, इसके लिए भाजपा सांसदों-विधायकों को प्रयास करना चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता डॉ0 राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के ट्वीट पर लाल-पीला होने वाले राज्य के 12 लोकसभा सांसद और अन्य राज्यसभा सांसदों को यह बताना चाहिए कि राज्य में उत्पन्न संकट की स्थिति से निपटने के लिए उनकी ओर से केंद्र सरकार पर कितना दबाव बनाया गया। वहीं जब मुख्यमंत्री राज्य की समस्याओं से प्रधानमंत्री को अवगत कराना चाहते है,तब भी प्रधानमंत्री सिर्फ अपने मन की बात करते है और न ही काम की कहते और न ही काम की बात सुनते हैं।