रांची: रांची-हावड़ा के बाद अब रांची-धनबाद और रांची-देवघर इंटरसिटी को भी बंद करने की तैयारी, रेलवे ने बोर्ड को भेजा प्रस्ताव|
रांची रेल मंडल की तरफ से अपने प्रस्ताव में कहा गया है कि इन ट्रेनों से बहुत कम यात्री यात्रा कर रहे हैं। लगभग 50% से ज्यादा सीटें खाली रह जा रहीं हैं।
अब एक बार फिर से दूसरी लहर का प्रकोप ट्रेनों में ब्रेक लगाने लगा है
कोरोना की पहली लहर के बाद जहां अभी सही से सभी ट्रेनें चलनी शुरू भी नहीं हुई थी कि अब एक बार फिर से दूसरी लहर का प्रकोप ट्रेनों में ब्रेक लगाने लगा है। रांची से खुलने वाली दो ट्रेनें रांची-धनबाद इंटरसिटी और रांची-देवघर इंटरसिटी को बंद करने की तैयारी चल रही है।
दोनों ट्रेन ईस्टर्न रेलवे के अंदर है इसलिए रांची रेल मंडल इसे बंद करने का फैसला नहीं ले सकता है। इसलिए इसका प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा गया है। सहमति मिलते ही इसका परिचालन बंद कर दिया जाएगा। इससे पहले 7 मई से ही रांची हावड़ा शताब्दी एक्सप्रेस के परिचालन को बंद कर दिया है। रेलवे ने कहा- इन ट्रेनों से बहुत कम यात्री कर रहे यात्रा
लगभग 50% से ज्यादा सीटें खाली रह जा रहीं हैं
रांची रेल मंडल की तरफ से अपने प्रस्ताव में कहा गया है कि इन ट्रेनों से बहुत कम यात्री यात्रा कर रहे हैं। लगभग 50% से ज्यादा सीटें खाली रह जा रहीं हैं। इसके अलावा रांची रेल मंडल में मैनपावर की कमी भी ट्रेनों को बंद करने का एक बड़ा कारण है। मंडल में लगभग 450 से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हैं। ऐसे में कर्मचारियों को ओवर वर्डन होकर काम करना पड़ रहा है।
रेलवे बोर्ड ने मांगा था प्रस्ताव
इससे पूर्व रेलवे बोर्ड ने पत्र लिखकर जोन से फीडबैक मांगा था। कहा गया था कि जिन ट्रेनों में कम यात्री सफर कर रहे हैं, उनका परिचालन बंद कर दिया जाए। रांची रेल मंडल ने दक्षिण पूर्व जोन के अधिकारियों के जरिए रेलवे बोर्ड को ऐसी ट्रेनों की सूची भेज दी है एनएफ।