सांसद निधि व समाज के सहयोग से होंगे कई कार्य
संजय सेठ ने उक्त घाट का निरीक्षण कर उपायुक्त को लिखा पत्र
राँची: सांसद संजय सेठ ने काँके के जुमार नदी तट पर स्थित श्मशान घाट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के उपरांत सेठ ने कहा कि राँची शहर में एकमात्र श्मशान घाट मुक्तिधाम की स्थापना दशकों पूर्व हुई थी, जब शहर की आबादी महज तीन लाख के आसपास थी। शहर की बढ़ती आबादी के कारण इस मुक्तिधाम पर दबाव बढ़ता जा रहा है। वर्तमान समय में राँची शहर में जनसंख्या का घनत्व बहुत बढ़ चुका है, इस वजह से हरमू मुक्तिधाम पर काफी दबाव रहता है। इसके अतिरिक्त मुक्तिधाम के आसपास घनी आबादी भी बस चुकी है, स्थानीय नागरिकों को भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
देह त्याग चुके आत्माओं का अंतिम संस्कार बेहतर तरीके से हो सके
सेठ ने कहा कि बढ़ते जनसंख्या दबाव को देखते हुए राँची अब एक अतिरिक्त श्मशान घाट की आवश्यकता महसूस हो रही है ताकि देह त्याग चुके आत्माओं का अंतिम संस्कार बेहतर तरीके से हो सके। साथ ही श्मशान घाट पर आने वाले परिजनों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
कई सामाजिक संगठन व सामाजिक कार्यकर्ता भी इस क्षेत्र में कार्य करने की इच्छा प्रकट कर चुके हैं
उन्होंने कहा कि जुमार नदी पर स्थित श्मशान घाट को विस्तारित रूप देकर शहरवासियों के लिए उपयोगी बनाने की योजना पर वो काम कर रहे हैं। इसके लिए कई समाजिक संस्थाएं व समाजिक कार्यकर्ता भी सहयोग करने को तैयार हैं। सेठ ने यह भी कहा कि जुमार नदी पर श्मशान घाट को विस्तारित रूप देने व वहाँ अन्य सुविधाओं के निर्माण के लिए वे सांसद निधि से भी वहाँ कार्य करने को तैयार हैं। इस पुण्य कार्य में स्थानीय समाज भी सहयोग को तैयार है। कई सामाजिक संगठन व सामाजिक कार्यकर्ता भी इस क्षेत्र में कार्य करने की इच्छा प्रकट कर चुके हैं। उक्त श्मशान घाट को विस्तारित रूप देने को लेकर सांसद ने उपायुक्त को पत्र भी लिखा है।
लिखे पत्र में सेठ ने कहा है कि जुमार नदी पर स्थित घटा को विस्तरित रूप देने से शहर की जनसंख्या पर दबाव कम होगा और वहां लोगों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी। उन्होंने उपायुक्त से जुमार नदी पर स्थित उक्त श्मशान घाट की चौहद्दी व अन्य कागजी कार्रवाई पूर्ण करने की दिशा में पहल करने को कहा है ताकि इस कार्य को मूर्त रूप दिया जा सके।