रांची: वैक्सीन पर झारखंड में सरकार और विपक्ष आमने सामने हो गई है,भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश के बयान के बाद मुख्यमंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि आज उन्होंने कहा की हमने 37% वैक्सीन बर्बाद कर दी। यह आँकड़ा ना सिर्फ़ भ्रामक बल्कि हास्यास्पद भी है।
अभी तक कुल प्राप्त 48 लाख वैक्सीन में भारत सरकार के ही आँकड़ों के हिसाब से 40 लाख 12 हज़ार 269 वैक्सीन झारखंडियों को लग चुकी है, जो CoWin ऐप का डाटा एवं प्राप्त होने वाली सर्टिफ़िकेट से आसानी से क्रॉस चेक किया का सकता है।
पर झारखंडियों को बदनाम करने के ख़ातिर स्वास्थ्य मंत्रालय ने कह दिया की 37 % वैक्सीन बर्बाद। 48 लाख का 37 % – मतलब 18 लाख के लगभग होता है। अगर इतना बर्बाद हुआ तो फिर कैसे हमने 40,12, 269 वैक्सीन लगा दी ?
असल में हमारे राज्य में वैक्सीन वेस्टेज अब तक प्राप्त आँकड़ों के हिसाब से 4.65 % है जो राष्ट्रीय औसत (6.3%) से काफ़ी कम है। हम अपनी वेस्टेज को 2 % से भी कम करने के लिए युद्धस्तर पर तैयारी कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने भाजपा को जमकर लताड़ा,उन्होंने कहा
अपने मृतकों को सम्मानपूर्वक विदा करने हेतु हम प्रावधान करें, कदम उठाएँ तो भाजपा को परेशानी।
झारखंडियों को निःशुल्क वैक्सीन दे तो इन्हें परेशानी।
ओला वृष्टि में किसानों को राहत दें तब इन्हें परेशानी।
हम और हमारे संघर्षवीर साथी जनता के बीच रह उनकी मदद करें – तो इन्हें परेशानी।
झारखंड कोरोना से संघर्ष में सफल हो रहा है तो इन्हें परेशानी।
पर ये हम झारखंडियों को अच्छे से नहीं जानते शायद !
ये हमारे राह में जितने कील बिछाएँगे, जितना विरोध करेंगे -हम और दुगनी मेहनत कर दुगनी तेज़ी से आगे बढ़ेंगे।