मृत पुत्र की शव को घर में रख तीन दिन से जीवित होने के लिये भगवान की कर रहे आराधना
गाँव वालों द्वारा काफी समझाने बुझाने के बाद परिजन समझे,सोमवार देर शाम बच्चे को दफनाया गया
चतरा जिले के मयूरहंड़ मृत पुत्र की शव को घर में रख कर जीवित होने के लिये मयूरहंड़ निवासी दिलीप भुईयां का परिवार पिछले तीन दिन (शनिवार से सोमवार) तक भगवान से आराधना कर रहे है। बावजूद जब बच्चा तीन दिन से जीवित नही हुआ तो अंततः सोमवार की शाम पांच बजे ग्रामीणों व स्वास्थ्य विभाग की टीम मृत बच्चा के घर पहुंचे। जहां परिजनों को समझाया गया, कि बच्चा मृत है। आराधना ओर झाड़-फूक करने से जीवित नही होगा। काफी समझाने बुझाने के बाद परिजन समझे। उसके बाद मृत्र बच्चा को सोमवार की देर शाम छह बजे दफनाया गया। जानकारी के अनुसार शनिवार की शाम दिलीप भुईयां के दस माह का पुत्र आनंद कुमार को तेज बुखार के साथ नाक से ब्लड आया। उसके बाद परिजन द्वारा इलाज के लिये मयूरहंड़ पीएचसी अस्पताल ले जाया गया। जहां अस्पताल में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों ने मृत घोषित कर दी। उसके बाद परिजन मृत बच्चा को घर ले गये. घर ले जाने के बाद अपने पुत्र को जीवित होने के लिये तीन दिनों तक आराधाना की। मृत बच्चा का परिवार सत्संग से जुड़ा हुआ है।