झारखण्ड में पंचायत चुनाव को लेकर ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा है कि अगर कोविड-19 का प्रकोप नवंबर-दिसंबर तक घट जाता है, तो निश्चित तौर पर राज्य में 2021 के अंत में पंचायत चुनाव हो जाएगा. बुधवार को मीडियाकर्मियों से बातचीत में आलमगीर ने कहा है कि पंचायत को पिछले जनवरी माह में ही एक्टेंशन दिया गया था. यह एक्टेंशन छह महीने के लिए दिया गया था. 31 जुलाई को इसका कार्यकाल समाप्त हो रहा है.
पंचायत स्तर के सभी मुखिया व अन्य जनप्रतिनिधियों का कार्यकाल भी 31 जुलाई तक ही है-
राज्य सरकार तो यही चाहती है कि पंचायत चुनाव जल्द से जल्द हो जाए. लेकिन कोविड के कारण यह संभव नहीं पाया है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग से सरकार फिर से मांग करेगी कि चुनाव से संबंधित सभी प्रकिया जैसे कि परिसीमन, वोटर लिस्ट में नये नामों को जोड़ने को चालू की दिशा में काम शुरू की जाए. उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर के सभी मुखिया व अन्य जनप्रतिनिधियों का कार्यकाल भी 31 जुलाई तक ही है. सरकार अब दूसरी अल्टरनेटिव प्रक्रिया अपनाने की भी सोच रही है. जरूरत पड़ेगी, तो सरकार कानूनी सलाह लेकर भी आगे की रणनीति बनाएगी.