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बोकरो: बेरमो कोयलाचंल के गोमिया थाना अन्तर्गत स्वांग गोविन्दपुर परियोजना में कार्यरत सीसीएल कर्मी का शव फंदे से झूलता मिला है. स्थानीय पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. बता दें कि चार माह पूर्व इसी कॉलोनी में एक और सीसीएल कर्मी का शव फंदे से झूलता हुआ मिला था. आज तक इसका खुलासा नहीं हो सका है कि किन वजहों से उसकी मौत हो हुई.
बरामदे में फंदे में झूलता मिला शव
रविवार की रात राउना भोक्ता 52 वर्ष रोज की तरह खाना खाकर अपने कमरे में सोने चला गया. उसके साथ उसकी पोती भी सोई थी. लेकिन सुबह के करीब तीन बजे जब उसकी पोती का नींद खुली तो देखा कि उसके दादा राउना भोक्ता अपने बेड पर नहीं है. तब उसकी पोती ने इसकी जानकारी घर वालों को दी. आनन फानन में उसकी पत्नी सोमरी देवी और पुत्र कमरे के बाहर देखा तो वह बरामदे में फंदे में झूलता हुआ पाया. घटना की सूचना मिलते ही आसपास के लोग भी जमा हो गए. इसके बाद इसकी जानकारी गोमिया पुलिस को दी गई.
मौके पर गोमिया पुलिस दल-बल के साथ घटना स्थल पर पहुंची और शव को फंदे से उतारा. राउना भोक्ता मूल रूप से रांची जिला अन्तर्गत खलारी थाना क्षेत्र के नावाडीह स्थित धमधमिया गांव के रहने वाले हैं.
सीसीएल गोविन्दपुर परियोजना में ट्रमार के पद पर कार्यरत थे
यहां सीसीएल गोविन्दपुर परियोजना में ट्रमार के पद पर कार्यरत थे. उसके तीन बेटे और एक बेटी है. इसी प्रकार चार माह पूर्व स्वांग वाशरी में कार्यरत शिवन प्रजापति का भी शव अपने क्वाटर में ही फंदे में झूलता हुआ मिला था. उसकी 8 माह नौकरी बची हुई थी. आज तक इसका खुलासा नही हुआ कि शिवन प्रजापति किन कारणों से फंदे में झूल गया था. इधर गोमिया पुलिस राउना भोक्ता का शव पोस्टमार्टम के लिए तेनुघाट भेज दिया है.