धनबाद: एग्यारकुण्ड।राजपुरा कोलियारी के बंद खदान में डूबा हुआ बालक बुधवार की सुबह खदान के ऊपर छहलाता हुआ बरामद कर लिया गया। शव को खदान के ऊपर छहलाता देख प्रशासन ने राहत की सांस ली। वही जैसे ही पता चला कि बालक रोशन कुमार का शव मिल गया है। परिजनों का रोने ओर जोरजोर से चिल्लाने लगे। उनलोगों को किसी तरह शांत कर वापस घर भिजवाया गया। पुलिस शव को बाहर निकालने के बाद परिजनों के हवाले कर दिया। वही परिजनों के आग्रह पर बालक का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया। बता दे कि मृतक बालक रोशन कुमार कालीमंडा निवासी गोरख पासवान का एकलौता पुत्र था।
जिसके बाद एग्यारकुंड सीओ अमृता कुमारी एनडीआरएफ टीम से संपर्क कर बच्चे को निकालने के लिए आग्रह की
वह सोमवार को अपने दो दोस्तों के साथ एग्यारकुंड में एक अन्य दोस्त से मिलने गया था। लौटते वक्त वह राजपुरा खदान में स्नान करने के लिए चला गया। इसी दौरान यह घटना घटी। घटना के बाद भटिंडा से आई रेस्क्यू टीम ने सोमवार शाम से मंगलवार शाम तक बालके को खोज निकालने का काफी प्रयास किया। परंतु उसे सफलता नहीं मिली। उसे असफल होता देख ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया था। जिसके बाद एग्यारकुंड सीओ अमृता कुमारी एनडीआरएफ टीम से संपर्क कर बच्चे को निकालने के लिए आग्रह की। सीओ के आग्रह पर एनडीआरएफ की टीम जो देवघर में थी। वह रवाना हो गयी। जो मंगलवार की देर शाम यहां पहुंची।
एक ग्रामीण ने सूचना दिया कि खदान के दूसरे छोर में बालक ऊपर छहला रहा है
उसके बाद टीम बुधवार की सुबह 5 बजे सारी तैयारी कर जैसे ही खदान में उतरने की जा रही थी। उसी वक्त एक ग्रामीण ने सूचना दिया कि खदान के दूसरे छोर में बालक ऊपर छहला रहा है। उसी सूचना पर एनडीआरएफ की टीम ने बालक के शव को निकाल कर बाहर लाई। एनडीआरएफ टीम का नेतृत्व कर रहे नरेश सिंह ने बताया कि वे लोग राष्ट्रीय स्तर पर आपदा के लिए ज्यादातर जाते हैं। परंतु यहां के जनप्रतिनिधि प्रशासन एवं सीओ के आग्रह पर एनडीआरएफ की टीम को यहां आने की अनुमति दी गई। मौके पर चिरकुंडा अंचल पुलिस निरीक्षक योगेंद्र पासवान, गलफरबाड़ी ओपी प्रभारी संजय उरांव, मुखिया काकुली मुखर्जी, शशिकांत दुबे, नीरज सिंह, टन, प्रिंस, अरुण सिंह आदि थे।