रांची: राँची विश्वविद्यालय की वनस्पति शास्त्र विभाग की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा आज मोरहाबादी स्थित बेसिक साइंस बिल्डिंग परिसर एवं बोटानिकल गार्डेन में पौधरोपण कार्यक्रम विभागाध्यक्ष डॉ ज्योति कुमार की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राँची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ कामिनी कुमार ने इस अवसर पर कहा कि पर्यावरण को बचाना सबकी नैतिक जिम्मेदारी है।उन्होंने कहा कि जिस प्रकार कोविड –19 माहमारी के दौरान ऑक्सिजन की किल्लत हुई एवं ऑक्सिजन की आपूर्ति में काफी कठिनाई आई , ऐसे में पौधा रोपण करना अतिआवश्यक है।उन्होंने कहा कि पौधा लगाना तथा उसको बचाना जरूरी है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि बी बी एम के विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि प्राकृतिक संसाधन सीमित है परंतु पर्यावरण को बचाने हेतु पौधरोपण करना एवं उसकी सही देखभाल करने से संतुलित किया जा सकता है।उन्होंने कहा कि पर्यावरण आज वैश्विक समस्या बनी हुई है एवं पूरी दुनिया इसे कैसे बचाया जा सकता है , इसके लिए रचनात्मक प्रयास करना होगा।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में वनस्पति शास्त्र विभाग के अध्यक्ष एवं डीन, विज्ञान डॉ ज्योति कुमार ने कहा कि हमें पौधरोपण कार्यक्रम को नियमित करना चाहिये तथा ऐसा सोच हमारी आदत का हिस्सा बनानी चाहिए।उन्होंने उपस्थित एन एस के स्वयंसेवकों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि इस अभियान को नियमित करें एवं पर्यावरण को संरक्षण करने में अपना अमूल्य योगदान दें।
एन एस एस के कार्यक्रम समन्वयक डॉ ब्रजेश कुमार ने बताया कि 01 जुलाई से 15 जुलाई तक पूरे देश में एन एस एस द्वारा वन महोत्सव पखवाड़ा का आयोजित किया जाता है एवं पर्यावरण को बचाने के लिए कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।आज कुल 55 पौधा का रोपण किया गया ।
आज के कार्यक्रम में कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ स्मृति सिंह ने भी संबोधित किया।
फलक फातिमा (एन एस एस टीम लीडर, वनस्पति शास्त्र विभाग ) दिवाकर आनंद,स्माइली अनिता, अतीत, प्रिंस, नेहा, नवीन किशोर , अंजनी,ताबिश, ज्योत्सना, अंशुमन आदि का उल्लेखनीय योगदान रहा।