रांची:जेएमएम के केंद्रीय सचिव सुप्रियो भट्टाचार्य इजरायल की जासूसी नेटवर्क पेगासस के मसले पर केंद्र सरकार को घेरा है। शुक्रिया भट्टाचार्य ने कहा कि मसला देश के नागरिक स्वतंत्रता और देश की सुरक्षा को लेकर है कि जासूसी का काम 2017 से चल रहा है, जिसमे प्रारंभिक सूची में पत्रकार विपक्ष के नेता और सिटिंग जज के नाम सामने आया है। क्या देश में सरकार के खिलाफ बोलना लिखना संवैधानिक तौर पर प्रतिबंध हो गया है. इसी अनैतिक कार्य को ढकने के लिए मंत्रिमंडल में फेरबदल हुआ था जिसमें तत्कालिक आईटी मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद को उनके पद से हटाने का कारण यह भी था. बीजेपी के खिलाफ राजनीति करने वाले दलों के लिए यह एक बड़ा इशारा है विपक्ष का और पत्रकारों का फोन टाइपिंग करना उनकी निजी डेटा को चुराना कहीं से उचित नहीं है. देश में अब राज्य सरकार विभिन्न संवैधानिक पदों पर बैठे हुए अधिकारी पुलिस महकमा के लोग किसी का डाटा सुरक्षित नहीं है।वही वैक्सीन को लेकर केंद्र पर निशाना साधते हुए सुप्रिया भट्टाचार्य ने कहा कि सबको मिला है मुफ्त में धोखा धन्यवाद मोदी जी का।
झारखंड के साथ केंद्र सौतेला व्यवहार कर रही है।वही धर्मांतरण को लेकर बीजेपी के आरोपों पर सुप्रियो भट्टाचार्यने कहा कि मैं उन नेताओं से पूछना चाहता हूं क्या बाबूलाल मरांडी दीपक प्रकाश और बीजेपी के सांसद क्या इन लोगों ने अपना धर्म परिवर्तन किया है। धर्म विश्वास और आस्था का विषय है ,यह लोग मानवता को धर्म समझते ही नहीं यह मानवता विरोधी लोग हैं, धर्म को लेकर इनकी कोई व्याख्या नहीं है लेकिन धर्म के नाम पर इनकी राजनीति चलती रहती है। जो सबसे ज्यादा पाप करता है वह सबसे ज्यादा दान भी करता है ताकि पाप कम हो जाए जिनके संस्कारों में ही अधर्म है वह धर्म की बात करते हैं।