रांची:डोमिसाइल आंदोलन में शहीद हुये संतोष कुंकल,विनय तिग्गा, कैलाश कुजूर को याद करने के लिए आज मेकन चौक जहां संतोष कुंकल,विनय तिग्गा, कैलाश कुजुर की त्रिमूर्ति लगी हुई है। वहां श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई ।इस सभा को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री और विधायक माननीय बंधु तिर्की ने कहा डोमिसाइल आंदोलन में मारे गए हमारे शहीद साथियों की शहादत को बेकार जाने नहीं दिया जाएगा । उन्होंने कहा जिन मुद्दों और सपनों को लेकर झारखंड अलग राज्य लिया गया था । उसी झारखंड राज्य में यहां के लोगों को अपने हक अधिकार जल जंगल जमीन मान सम्मान भाषा संस्कृति पहचान रोजगार के सवालों को लेकर डोमिसाइल आंदोलन यहां के आदिवासी मूलवासी जनता ने किया था । इसी आंदोलन में हमारे कई युवा साथी शहीद हुए हैं ।आज हम उन लोगों को याद कर रहे हैं ।लेकिन हमें राजनीतिक रूप से और सामाजिक रुप से जागरूक होकर एकजुटता के साथ मुद्दा आधारित व्यापक एकता बनाना होगा। तभी इस आंदोलन के सपनों को साकार किया जा सकता है ।उन्होंने कहा सरकार जनता की बात जन आंदोलन की बात राजनीतिक डर से सुनती है। इसलिए आप सबको एकजुट होकर सरकार से व्यवस्था से संवाद कायम करना होगा और अपनी मांगों पर लड़ाई लड़ना होगा। इनके अलावा इस सभा को लक्ष्मीनारायण मुंडा,रतन तिर्की ,राजू महतो, बेलस तिर्की ,सरिता कुजुर निरंजना हेरंज आदि लोगों ने संबोधित किया। इस सभा का संचालन संजय कच्छप और राजेश कुजूर ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन उम्बूलन सांगा ने किया। इस कार्यक्रम में बंधु तिर्की, लक्ष्मी नारायण मुंडा, रतन तिर्की , जगदीश लोहरा, राजू महतो,बेलस तिर्की, जलील अंसारी, सरिता कुजुर,निरंजना हेरेंज,विभव शाहदेव, वीरेंद्र सिंह, उमेश मुंडा, ब्रज किशोर बेदिया सहित सैकड़ों लोगों उपस्थित थे।
इससे पूर्व मेकन त्रिमूर्ति चौक डोरंडा रांची स्थित संतोष कुंकल, विनय तिग्गा, कैलाश कुजूर की मूर्ति पर सभी लोगों द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए माल्यार्पण किया गया।