दो लाख ठगने के बाद मरीज को मरने की स्थिति में अस्पताल से किया बाहर,
बिना ऑक्सीजन के एम्बुलेंस में सवार कर दिया.
आयुष्मान कार्ड के सहारे चतरा से रांची के कोकर स्थित सैमफोर्ड असपताल में इलाज़ कराने आए ज्ञानी महतो को उनके भतीजे राजकुमार ने 1 फरवरी को को हॉस्पिटल में भर्ती कराया,
डॉक्टरों ने मरीज के फेफड़े के नीचे छेद बताकर ऑपरेशन के किए पचास हजार की रकम बताई।
आयुष्मान कार्ड देने पर अस्पताल प्रबंधन ने आयुष्मान कार्ड से इलाज़ करने से इंकार कर दीया।
मरीज के परीजनों ने बहुत मुश्किल से कैश पचास हजार का भुगतान किया,
मगर बाद में अस्पताल ने बिल दो लाख का ठोक दिया,
और पैसा नहीं देने पर मरीज के परिजनों से अभद्र व्यहवार किया।
और मरीज को बंधक बना लिया गया।
दो लाख लेने के बाद सैंफॉर्ड अस्पताल ने मरीज को बिना ऑक्सीजन के अस्पताल से बाहर निकाल दिया,
परिजनों के पूछने पर अस्पताल ने कहा अब मरीज को यहां रखने से कोई फायदा नहीं है,मरीज अब नहीं बचेंगे।
आख़िरकार अस्पताल की करतूत से हार कर मरीज के परिजन मरीज़ को लेकर चतरा वापस चले गए।
सैमफोर्ड में आये दिन ऐसी घटनाएं होती रहती है।