रांचीः दरगाह हजरत कुतुबुद्दीन रेसालदार रांची में एदार ए शरीया झारखंड के द्वारा मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी के नेतृत्व में दुवाईया महफिल हुवी जिस में कारी अय्युब रिजवी ने विशेष कर कोरोना वायरस महामारी से बचने की दुवा मांगी कि अल्लाह तआला अपने नबीयों और वलीयों के वास्ते कोरोना महामारी से सम्पूर्ण समाज, झारखंड राज्य, हमारे देश भारत एवं विश्व जगत को बचाए ,आमीन,इस अवसर पर एदार ए शरीया झारखंड ने राज्य के सभी नागरिकों को आह्वान किया है कि एक बार फिर कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप बढ़ गया है और मौतें भी हो रही हैं हर तरफ भय का माहौल है मेडिकल साइंस भी कोरोना महामारी से निपटने में नाकाम हो रही है परन्तु हेल्थ विभाग से जहां तक बन पड रहा है वह किया जारहा है।
महामारी से राज्य सरकार से जो गाईड लाईन जारी हो उस पर अमल करने की जरुरत है
एदार ए शरीया झारखंड ने कहा कि ऐसी विकट स्थिति में हर एक व्यक्ति को सजग होना पडेगा और महामारी से राज्य सरकार से जो गाईड लाईन जारी हो उस पर अमल करने की जरुरत है।कोरोना से भयभीत होने की जरुरत नहीं है बल्कि एहतेयात करते हुवे मरीज को ठीक से देख भाल और एलाज कराएं, एदार ए शरीया झारखंड ने राज्य के तमाम मुसलमानों से कहा है कि इस समय रमजानुल मुबारक का पाक महीना चल रहा है जिस में रोजा, नमाज, तराविह, सेहरी, इफ्तार, तेलावत, तसबीह, सदका, जकात एवं दुसरी एबादतें की जाती हैं और विशेष कर इफ्तार के समय दुवा कुबुल होती हैं इस लिए हर नमाज में और इफ्तार के समय विशेष कर कोरोना वायरस महामारी से बचने की दुवा करें अपने गुनाहों से तौबा करें, रो रो कर अल्लाह की बारगाह में दुवा करें।
एदार ए शरीया झारखंड ने कहा कि ये कोरोना वायरस एक वबाई बीमारी है जो अजाब की शक्ल में है। जब लोगों द्वारा अन्याय बढ जाता है, कुदरत से छेड़छाड़ ज्यादा होती है, अल्लाह की निशानियों को झुठलाया जाने लगता है तब एैसी आफतें आती हैं इस लिए समय है कि हर व्यक्ति जनता हो या राजा अहंकार, अन्याय, जुल्म, कुदरत से छेड़छाड़ बंद कर मानव कल्याण के लिए काम करते हुवे हर बुराई से दुर रहें, एदार ए शरीया झारखंड ने राज्य के तमाम भागों में अपना अपीलिय आदेश भेज कर कोरोना महामारी से बचाव के लिए हर नमाज के बाद और अफ्तार व सेहरी में विशेष दुवा करने को कहा है।
इस मौके पर मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी, कारी अय्युब रिजवी, मुफ्ती फैजुल्लाह मिसबाही, मौलाना जसीमुद्दीन खान, मौलाना डॉक्टर ताजुद्दीन रिजवी, मुफ्ती एजाज हुसैन मिस्बाही, मौलाना नेजामुद्दीन मिस्बाही, मौलाना दिलदार मिस्बाही, हाफिज अब्दुल मोबीन रिजवी आदी दुवा में ऑफ लाईन एवं ऑन लाईन शामिल हुए