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राइस मैन के नाम से प्रसिद्ध क़ृषि वैज्ञानिक डॉ. सतीश के नाम पर कृषि संस्थान एवं संग्रहालय स्थापित करे राज्य सरकार : बंधु तिर्की

डॉ.सतीश चन्द्र प्रसाद के निधन पर लोगों ने गहरा शोक व्यक्त किया है

Ranchi:पूर्व मंत्री, झारखण्ड सरकार की समन्वय समिति के सदस्य एवं झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने राइस मैन के नाम से प्रसिद्ध क़ृषि वैज्ञानिक एवं बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के प्लांट ब्रीडिंग और जेनेटिक्स विभाग के पूर्व निदेशक डॉ.सतीश चन्द्र प्रसाद के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि इससे न केवल चावल अनुसंधान बल्कि संपूर्ण कृषि एवं अनुसंधान के मामले में झारखण्ड ही नहीं बल्कि देश ने एक वैसे कृषि वैज्ञानिकों को खो दिया है जिसका देश के किसानों एवं कृषि क्षेत्र से जुड़े लोगों के साथ भी बेहद आत्मिक एवं भावनात्मक लगाव था. डॉ.प्रसाद के राजधानी के मोरहाबादी स्थित आवास पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद श्री तिर्की ने उनके पुत्र अधिवक्ता डॉ. प्रणव कुमार बब्बू एवं परिवार के अन्य सदस्यों को सांत्वना दी. उन्होंने कहा कि, डॉ.प्रसाद जैसे कुछेक वैज्ञानिकों के कारण ही भारत में हरित क्रांति इतनी ज्यादा सफल हुई कि आज देश में अनाज की कमी नहीं है और सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति के बलबूते प्रत्येक व्यक्ति को भरपेट भोजन उपलब्ध कराया जा सकता है. उन्होंने कहा कि डॉ. प्रसाद ने विशेष रूप से छोटानागपुर एवं संथाल परगना के किसानों के लिये चावल के वैसे 14 उन्नत किस्मो की खोज की जो कम सिचाई में भी अधिक उपज देती है जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हुई.
श्री तिर्की ने कहा कि, डॉ. प्रसाद के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि राज्य सरकार किसानों के साथ ही कृषि क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों, छात्रों, अधिकारियों, शोधर्थियों आदि के हितों का ध्यान रखते हुए रांची में डॉ.सतीश चन्द्र प्रसाद के नाम पर कृषि संस्थान एवं संग्रहालय की स्थापना करे. इस संस्थान की स्थापना का से न केवल किसानों, कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि क्षेत्र में अनुसंधान कर रहे शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों को इसका सीधा साधा फायदा मिलेगा बल्कि इसका भावनात्मक जुड़ाव किसान समुदाय सहित झारखण्ड के सभी लोगों से होगा. श्री तिर्की ने कहा कि उक्त संस्थान एवं संग्रहालय में न केवल कृषि अनुसंधान पर जोड़ दिया जाये बल्कि कृषि के क्षेत्र में राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में झारखण्ड एवं यहाँ के योगदान, अनुसंधान एवं कृषि क्षेत्र में अबतक की उपलब्धियों को योजनाबद्ध तरीके से प्रस्तुत किया जाये.

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