राज्य में होने वाले आगामी पंचायत/नगर निगम चुनाव में OBC को 27 % सीटें आरक्षित किया जाय
JPSC नियुक्तियां में हिंदी, भोजपुरी,मैथिली,अंगिका,मगही इत्यादि भाषा को मान्यता दे सरकार
भोजपुरी,मैथिली,मगही भाषा के नाम पर अमर्यादित टिप्पणी करने पर माफी मांगे अन्यथा चहुंमुखी आंदोलन की शुरुआत 3’Oct को चतरा से : कैलाश यादव
रांची: झारखंड OBC आरक्षण मंच का एक बैठक धुर्वा सामुदायिक भवन में सम्पन्न हुआ
बैठक में विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई जिसकी अध्यक्षता ओबीसी आरक्षण मंच के केंद्रीय अध्यक्ष कैलाश यादव ने किया !
बैठक में चर्चा के दौरान वक्ताओं ने अपनी राय रखते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग किया गया कि झारखंड में OBC को 14 से 27 एवं अनुसूचित जाति को 10 से 15 फीसदी आरक्षण सीमा बढ़ाने के लिए कैबिनेट में अविलंब फैसला लेकर घोषणा करे !
OBC मंच के अध्यक्ष कैलाश यादव ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ओबीसी 27 फीसदी और अनुसूचित जाति को 15 प्रतिशत आरक्षण सीमा बढ़ाने के नाम पर अभी तक सिर्फ आई वास के साथ सब्जबाग दिखा रहे हैं जबकि धरातल पर कुछ स्पष्ट नहीं है !
यादव ने वक्ताओं के समर्थन के साथ कहा की सीएम हेमंत सोरेन होने वाले आगामी पंचायत/नगर निगम चुनावों में ओबीसी को ST/SC के तर्ज पर 27 फीसदी सीटें आरक्षित करने का कैबिनेट में प्रस्ताव लाकर राज्य में रहने वाले लगभग 55- 60 फीसदी बहुसंख्यक वर्ग ओबीसी को सम्मान दें !
बैठक में लोगो ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा राज्य के सभी 24 जिलों में रहने/बोलने वाले लगभग 60- 65 फीसदी भोजपुरी,मैथिली, मगही, अंगिका,हिंदी समाज के लोगो पर बेहद अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया है, जो कि घोर निंदनीय और अफसोसजनक है !. सीएम के द्वारा झारखंड को बिहारी करण नहीं होने देंगे और राज्य आन्दोलन के दौरान बाहरी लोगो द्वारा राज्य के महिलाओं पर इज्जत लूटा गया जैसे टिप्पणी से जनमानस में बेहद रोष व्याप्त है, मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को अपनी बिहारियों के खिलाफ दिए गए ब्यान पर माफी मांगनी चाहिए ! सर्वविदित है कि झारखण्ड में एकीकृत बिहार के समय से वर्षो स बिहार,बंगाल,मद्रास,उड़ीसा,छत्तीसगढ़,यूपी,गुजरात,राजस्थान,आंध्रप्रदेश,पंजाब,केरल जैसे अन्य प्रांतों के लोग निवास करते हैं !यहां तक कि सैकड़ों/हजारों में राज्य कर्मचारी एवं ब्यूरोक्रेट्स बाहर से आकर वर्षो से नौकरी कर रहे है,राज्य के महामहिम राज्यपाल भी बाहर से है !जेपीएससी नियूंक्तिया में सरकार हिंदी,भोजपुरी,मगही,मैथिली,अंगिका इत्यादि भाषाओं को मान्यता दे !विदित हो कि मुख्यमंत्री सचिवालय स्टाफ सभी अलग अलग प्रांतों से है !इस अमर्यादित टिप्पणी पर सीएम हेमंत सोरेन माफी मांगे अन्यथा 3′ अक्टूबर को चतरा जिला से चहुमुंखी विरोध प्रदर्शन किया जायेगा ! बैठक में बीएल पासवान,रामकुमार यादव,चंद्रिका यादव,वंशलोचन राम,प्रो.गोपाल यादव,चंदेश्चर प्रसाद,सुरेश राय,सुबोध ठाकुर,दिलीप शर्मा,मो. असलम शेख, अब्दुल्ला हाशमी,निर्मला देवी,आशा देवी सहित अनेक लोग मौजूद थे.