राँची: पिठाेरिया थाना क्षेत्र के चंदवें गांव निवासी 35 वर्षीय जमीन कारोबारी ओम प्रकाश साहू पर 29 अगस्त 2019 को दो बाइक सवार युवकों ने गोली चलाई थी। गोली मारे जाने के कारण यह गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। इनका मेदांता अस्पताल में इलाज चला था और इलाज के क्रम में चिकित्सकों ने गोली निकाल कर इनको जीवनदान दिया था। इस मामले में थाना में कांड संख्या 92/19-भादिवि 307/ 34/ 27 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ था। 23 माह बाद भी पुलिस ओम प्रकाश साहू के हमलावरों को खोजने में नाकाम रही। इस बीच थाने के तीन थानेदार भी बदल दिए गए। इस घटना के अनुसंधानकर्ता स्वयं तत्कालीन थानेदार विनोद राम थे। बताते चलें कि विनोद राम जब तक थानेदार थे। तब तक अनुसंधान करते रहे। लेकिन कांड का उद्भेदन नहीं कर पाए। ना ही हमलावरों को ही खोज पाए। लगभग एक वर्ष के उपरांत विनोद राम का तबादला हो गया। श्री राम अभी नगड़ी थाना के थानेदार है। इनके जाने उपरांत मिसिल सोरेन, विनय यादव थानेदार बने। लेकिन उन्होंने इस कांड में के उद्भेदन में दिलचस्पी नहीं दिखाई। वर्तमान में पिठोरिया के थानेदार रविशंकर हैं। इनसे जब बात की गई उन्होंने कहा कि इस कांड के बारे में मुझे कोई जानकारी ही नहीं है। वैसे आप बता रहे हैं तो इस बारे में मैं आवश्यक छानबीन करूंगा। वही इस घटना में हमले से घायल हुए जमीन कारोबारी ओम प्रकाश साहू का कहना है कि दो वर्ष से पुलिस अनुसंधान ही कर रही है और हमलावरों को आज तक खोज नहीं पाई है। मैं सिर्फ यह जानना चाहता हूं कि किसने दुश्मनी के तहत मेरे ऊपर हमला करवाया था और किसने हमला किया था व मुझे जान से मारने की कोशिश की थी। मैं शीघ्र ही वरीय अधीक्षक, ग्रामीण आरक्षी अधीक्षक, पुलिस महानिदेशक को आवेदन देकर आरोपियों को शीघ्र पकड़ने की मांग करूंगा। बताते चलें कि 29 अगस्त 2019 को जमीन कारोबारी अपने एक रिश्तेदार के दशकर्म में शामिल हुए थे। उसके बाद चंदवें में अपना चाहरदिवारी का काम करा रहे मजदूरों से बातचीत उपरांत अपने एक सहयोगी के साथ उन्हीं की मोटरसाइकिल में बैठकर चंदवे स्थित अपने ऑफिस गए थे। शाम लगभग 7 बजे जैसे ही बाइक से उतरे थे। उसी समय अंधेरे का लाभ उठाकर दो बाइक सवारों ने इसे गोली मारी थी।
Related Articles
Check Also
Close
-
18 मार्च को विधानसभा घेराव की तैयारी में पारा शिक्षकMarch 15, 2021