![वैक्सीन के बाद संक्रमण होने पर भी गंभीर नहीं होता मरीज,चिकित्सकों से जाने कोरोना से जुड़े सवालों के जवाब](https://jharkhandnewsroom.com/wp-content/uploads/2021/05/2-12.jpg)
रांची: कोविड के बाद डाइट बढ़ना कोई चिंताजनक लक्षण नहीं है। कोविड के दौरान शरीर में कमजोरी आ जाती है। ऐसे में अगर उसकी डाइट बढ़ गई है तो आप बस यह ध्यान दें कि डाइट हेल्दी हो और उसमें प्रोटीन की मात्रा प्रयाप्त हो!
यह देखा गया है कि वैक्सीन लगवा चुके लोग अगर संक्रमित होते भी हैं तो उनके फेफडों पर उतना बुरा असर नहीं पड़ता। इसके बावजूद टीम प्रन्यास से जुड़े विशेषज्ञों ने माता-पिता से दूरी बनाते हुए अलग रहने और जरूरत पड़ने पर घर के कॉमन एरिया में बिना डबल मास्क लगाए न निकलने की सलाह दी।
साथ ही विशेषज्ञों के पैनल ने होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड और नॉन कोविड मरीजों को परामर्श दिया।
टीम द्वारा जारी किए गये हेल्पलाइन पर झारखंड के अलावा भी कई राज्यों से फोन आए और पिछले 7 दिनों से रोज़ाना चिकित्सक 12 घंटे परामर्श दे रहे हैं और प्रतिदिन 500-600 लोगों को इसका लाभ मिल रहा है!
पेश है कुछ ऐसे सवाल जो अक्सर ही पूछे गये हैं और जिन्हें जानना काफ़ी जरूरी है!
मेरी बेटी को कोविड हुआ था अब वो ठीक हो चुकी है। अब उसकी डाइट पहले से बढ़ गई है, यह कोई चिंता की बात तो नहीं है?
कोविड के बाद डाइट बढ़ना कोई चिंताजनक लक्षण नहीं है। कोविड के दौरान शरीर में कमजोरी आ जाती है। ऐसे में अगर उसकी डाइट बढ़ गई है तो आप बस यह ध्यान दें कि डाइट हेल्दी हो और उसमें प्रोटीन की मात्रा पर्याप्त हो। इसके साथ 15 दिन बाद प्लेटलेट्स का दोबारा टेस्ट जरूर करवा लें।
मेरी बहू कोविड पॉजिटिव हो गई है उसकी एक महीने की बच्ची है, क्या उसकी भी जांच करवानी चाहिए?
बच्चे के तापमान पर नजर रखें। आम तौर पर इतने छोटे बच्चों में संक्रमण की आशंका काफी कम होती है। बच्चे को बुखार या कोई लक्षण होने पर डॉक्टर के परामर्श पर दवाएं दी जा सकती हैं, लेकिन अपने मुताबिक कोई भी दवा बच्चे को न दें।
क्या कोविड पॉजिटिव व्यक्ति के कपड़ों के साथ अन्य लोगों के कपडे धुले जा सकते हैं?
कपड़ों को गरम पानी में डिटर्जेंट के साथ आधा घंटा भिगो दीजिए। उसके बाद वॉशिंग मशीन में सभी के कपड़ों के साथ धुले जा सकते हैं। डब्ल्यूएचओ समेत कई संस्थाओं ने बैग पकड़ने या कपडे छूने से वायरस ट्रांसमिशन न होने की बात कही है।
मुझे पहली डोज कोवीशील्ड लगी है, क्या दूसरी डोज कोवैक्सीन ले सकते हैं?
आपको दूसरी डोज भी कोवीशील्ड ही लगनी चाहिए। यदि आप कोवैक्सीन लगवाना चाहते हैं तो फिर आपको दोनों डोज कोवैक्सीन की ही लेनी चाहिए।
मेरी पत्नी को 2 दिन पहले वैक्सीन लगी है, बच्चा दो साल का है। क्या वो दूध पिला सकती है?
अगर वैक्सीन के बाद किसी प्रकार का कोई बुखार या दिक्कत नहीं है तो वो बच्चे को दूध पीला सकती हैं।
मेरी पत्नी संक्रमित हो गई है, बच्चा तीन महीने का है। क्या वो उसे दूध पिला सकती है?
ऐसी हालत में मां बच्चे को ग्लव्ज और मास्क पहन कर दूध पिला सकती है। बेहतर हो कि दिन में जब भी दूध पिलाएं तो इन सावधानियों के साथ अपने कपड़े भी बदल लें। रात में बच्चे को पिलाने के लिए अपना दूध किसी बर्तन में निकालकर रख लें, ताकि रात में इन तमाम एहतियात के चलते ज्यादा परेशानी न हो ।
मैं कोविड संक्रमण से ठीक हो चुका हूं, लेकिन परिवार में कई लोग अब भी संक्रमित हैं। क्या मुझे दोबारा संक्रमण हो सकता है?
अगर ऐसा है तो घर पर आप डबल मास्क लगाकर रहिए भांप लेते रहिए और परिवार के संक्रमित सदस्यों से दो फुट की दूरी बनाते हुए उनकी मदद करते रहिए। आम तौर पर घर में एक सदस्य के ठीक होने के बाद बाकी सदस्यों से उसे दोबारा संक्रमित होने की आशंका कम होती है, लेकिन एहतियात बरतना बेहतर होगा।
काम की बातें
1) डेड वायरस ऐक्टिव नहीं होता है, लेकिन उसकी वजह से ठीक होने के बाद दोबारा टेस्ट करने पर रिपोर्ट पॉजिटिव आ जाती है, लेकिन जो व्यक्ति ठीक हो जाता है वह सावधानी न रखने से दोबारा संक्रमित हो जाता है।
2) रिपोर्ट से ज्यादा अहम मरीज के लक्षण हैं। अगर रिपोर्ट निगेटिव है, लेकिन मरीज को बुखार, सूखी खांसी और बदन दर्द है तो उसे संक्रमित मानते हुए जरूरी दवाएं दी जानी चाहिए। वहीं संक्रमित होने के 10 दिन बाद कोई लक्षण नहीं है, लेकिन रिपोर्ट पॉजीटिव है तो घबराने के बजाय महज एहतियात बरतने की जरूरत है।
3) किसी भी स्थिति में अपने मुताबिक या महज सोशल मीडिया से मिले ज्ञान के भरोसे एलोपैथी, होम्योपैथी और आयुर्वेद की दवाएं एक साथ न खाएं, हर पैथी के डॉक्टर से परामर्श करने के बाद ही कोई दवा शुरू करें।
4) वैक्सीन के बाद बुखार, दर्द या उल्टी होने से घबराएं नहीं, टीकाकरण के बाद इन लक्षणों को सामान्य बताया गया है।
5) कोविड संक्रमित अपनी डाइट पर विशेष ध्यान दें, ताकि ठीक होने के बाद होने वाली कमजोरी से उन्हें दिक्कत न हो। भोजन के साथ पर्याप्त पानी, सूप, हल्दी दूध, नारियल पानी, नीम्बू पानी, बेल का शरबत पीएं।