![शिक्षा के बिना जीवन अधूरा](https://jharkhandnewsroom.com/wp-content/uploads/2021/03/1-5.jpg)
कांके: अंजुमन कमेटी मुरुम के तत्वावधान में बुधवार रात्रि को जलसा इस्लाहे मुआशरा व तौशी-ए-मस्जिद आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में बिहार के अररीया से मौलाना अब्दुल्लाह सालिम चतुर्वेदी जलसे को संबोधित करते हुए कहा कि इस्लाम अमन और शांति का पैगाम देती है। शिक्षा जीवन का सबसे अहम अंग है।
शिक्षा के बिना कोई भी व्यक्ति अधूरा है
शिक्षा के बिना कोई भी व्यक्ति अधूरा है। उन्होंने कहा कि समाज की कामयाबी उसी समय होगी, जब हमारे बच्चे कुरान को सीने से लगाए रखेगा और कुरान में बताएं हुक्मों पर अमल करेंगे। उन्होंने कहा कि हाफिज ए कुरान के सिर पर कयामत के दिन ऐसा ताज पहनाया जाएगा जिसके आगे चांद और सूरज की रोशनी भी फीकी लगेगी। मौलाना अकरम कोरडमा ने कहा कि इस्लाम इंसानियत की शिक्षा देता है। हमें इन शिक्षाओं को व्यवहारिक रूप से दुनिया के सामने पेश करना चाहिए। मुस्लिम समाज में दहेज प्रथा बहुत तेजी से बढ़ रहा है। जिसपर अंकुश लगाना जरुरी है।
इसके अलावा शायरे इस्लाम शमषीर जहानागंजवी व सिकन्दर राही ने दहेज और समाज सुधार पर अच्छे अच्छे नज्म पढ़े जिसे लोगों ने काफी सराहा। कार्यक्रम का संचालन हस्नैन हबीबी ने किया जबकि कार्यक्रम की सदारत हजरत मौलाना अख्तर हुसैन मजाहिरी ने किया। इस मौके पर जामा मस्जिद मुरुम के पुनःनिर्माण के लिए क्षेत्र के लोगों ने बढ़ चढ़कर चंदा जमा किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में अंजुमन कमेटी के अध्यक्ष अईनुल हक, सचिव नसीम अख्तर, कोषाध्यक्ष तबारक हुसैन, मुख्य संरक्षक जिप सदस्य मोजिबुल अन्सारी, संरक्षक संरक्षक शमीम अख्तर, अनवर अन्सारी, इग्नेष कुजूर, हाजी अलाउद्दीन अन्सारी, अईनुल हक अन्सारी, सतकनादू सदर अब्दुल रषीद अन्सारी, सधन उरांव, धर्मदेव भगत, रणवीर कुमार, सुरेन्द्र महतो, सोहराई टोप्पो सहित अन्य लोगों ने सक्रिय भुमिका निभायी।