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महात्मा गांधी ने किसानों का साथ दिया था, भाजपा किसानों पर अत्याचार कर रही है-डॉक्टर रामेश्वर उरांव

झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सह राज्य के वित्तमंत्री तथा खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ0 रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में पार्टी नेताओं-कार्यकर्त्ताओं ने राजधानी रांची के मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका पहुंचकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया।इस अवसर पर विधायक ममता देवी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, राजेश ठाकुर, मानस सिन्हा, प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता छोटू समेत अन्य लोग उपस्थित थे।
प्रदेश कांग्रेस कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि सत्य, अहिंसा और स्वदेशी अपना कर राष्ट्र को आत्मनिर्भर बनाने की बुनियाद रखी। गांधीजी ने चौपारण में किसानों के अधिकार की लड़ाई लड़ी और गुजरात के खेड़ा में किसानों का साथ दिया, लेकिन आज भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और जिन-जिन राज्यों में भाजपा की सरकार है, वहां किसानों को प्रताड़ित किया जा रहा है, किसानों को परेशान किया जा रहा है, उनपर अत्याचार हो रहा है, उनके हक और अधिकार को छीना जा रहा है। यदि आज बापू होते, तो उन्हें किसानों की यह हालात देखकर काफी दुःख होता। देश के किसान आज भी बापू द्वारा दिखाये गये रास्ते पर चलते हुए सत्य और अहिंसा के माध्यम से अपने हक की लड़ाई लड़ रहे है, कांग्रेस पार्टी इस पूरी लड़ाई में किसानों के साथ है।
डॉ0 रामेश्वर उरांव ने रांची में बिहारी और मारवाड़ी समाज के लोगों के संबंध में दिये गये बयान पर स्पष्ट किया कि बचपन में उन्होंने पड़ा था कि देश के दो शहर रांची और इंफाल आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है,इंफाल आज भी आदिवासी बाहुल्य शहर है, लेकिन रांची में करमटोली, डंगराटोली,मधुकम, नामकुम, चापूटोली समेत कई ऐसी बस्तियां थी, जिनकी पहचान मुंडा गांव के रूप में थी, लेकिन यह सच्चाई है कि भाजपा शासनकाल में आदिवासियों की जमीन छिनने का काम हुआ है। उन्होंने यह भी साफ किया कि उनमें बिहार या बिहारियों से कोई विद्वेष की भावना नहीं है, वे भी बिहार से अछूते नहीं रहे, बाहर कहीं जाते थे, तो खुद को बिहारी ही बताते थे, झारखंड बिहार का हिस्सा रहा है। लेकिन भाजपा शासनकाल में आदिवासियों की जमीन छिनने की साजिश हुई, सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन की कोशिश की हुई, परंतु अब गठबंधन सरकार में जमीन की लूट की छूट किसी को नहीं मिलेगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य किसी को उकसाना या विद्वेष फैलाना नहीं था, लेकिन राजनीति में है, इसका मतलब यह तो नहीं है कि झूठ कहा जाए, उन्होंने सिर्फ सच्चाई कही है, झारखंड नहीं रांची शहर में आदिवासियों की संख्या आज कम हो गयी है। उन्होंने बताया कि आदिवासी जमीन का ट्रांसफर सिर्फ डीसी के परमिशन से ही होता था, आदिवासियों की जमीन ले ली गयी, इन सारे मामलों में डीसी का परमिशन लिया गया या नहीं, यह शोध का विषय है।
उन्होंने कहा कि गांधीजी पूरे देश के नेता था और वे कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके थे, उनके नेतृत्व में ही आजादी की लड़ाई लड़ी गयी और देश को आजादी मिली, लेकिन कांग्रेस के विचाराधारा के उलट लोगों ने उनकी हत्या कर दी। उन्होंने कहा कि पटेल ने किसानों के हक में आंदोलन किया, लेकिन आज पटेल के नाम पर राजनीति करने वाली भाजपा सरकार ने किस तरह से किसानों को तबाह करने का काम किया है, यह बात किसी से छिपी नहीं है। उन्होंने कहा कि कृषि आज भी देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, यह कोरोना काल में साबित भी हुआ। बजट के संबंध में पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में डॉ0 रामेश्वर उरांव ने कहा कि केंद्रीय वित्तमंत्री डॉ0 निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर उनकी ओर से पहले ही कई सुझाव दिया गया है, जिसमें जीएसटी का समय पर भुगतान, रॉयल्टी की दर में बढ़ोत्तरी और रेल आवागमन से वंचित रहने वाले चार जिलों में रेललाइन की सुविधा उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया है।
इससे पहले कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्त्ताओं ने दीप प्रज्ज्वलित किया और बापू द्वारा गाये रघुपति राघव, राजाराम का पाठ किया और कुछ पलों के लिए मौन रखकर बापू को नमन किया।
इस अवसर पर विधायक ममता देवी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, राजेश ठाकुर,प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और डा राजेश गुप्ता छोटू समेत अन्य लोग उपस्थित थे।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि सत्याग्रह और अहिंसा के सिद्धान्तो पर चलकर बापू भारत को आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।उनके इन सिद्धांतों ने पूरी दुनिया में लोगों को नागरिक अधिकारों एवं स्वतन्त्रता आन्दोलन के लिये प्रेरित किया। उन्हें भारत का राष्ट्रपिता भी कहा जाता है। सुभाष चन्द्र बोस ने वर्ष 1944 में रंगून रेडियो से गान्धी जी के नाम जारी प्रसारण में उन्हें ‘राष्ट्रपिता’ कहकर सम्बोधित किया था। महात्मा गाँधी समुचे मानव जाति के लिए मिशाल हैं। उन्होंने हर परिस्थिति में अहिंसा और सत्य का पालन किया और लोगों से भी इनका पालन करने के लिये कहा। उन्होंने अपना जीवन सदाचार में गुजारा।
प्रदेश प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि आइंस्टीन ने महात्मा गांधी के बारे में कहा था-‘आने वाली नस्लें शायद ही यकीन करे कि हाड़-मांस से बना हुआ कोई ऐसा व्यक्ति भी इस धरती पर चलता-फिरता था।’ एक साधारण से शरीर में विराट आत्मा के लिए ही तो दुनिया हमारे राष्ट्रपिता को ‘महात्मा’ कहती है।
प्रदेश प्रवक्ता राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि आज भी देश-दुनिया में वंचितों, शोषितों को जब अपने अधिकारों की जंग लड़नी होती है तो वे गांधी जी के बताये आंदोलन की राह पर चलकर अपना हक हासिल करते हैं। उन्हांने बताया कि भारत के बाहर 48 सड़कें हैं जिनका नाम महात्मा गांधी के नाम पर है और भारत में 53 प्रमुख सड़कें हैं (छोटी सड़कों को छोड़कर) जो उनके नाम पर हैं।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, डॉ राकेश किरण महतो, अमूल्य नीरज खलखो, डॉ तौसीफ,सोनी नायक,नीरज भोक्ता, विनय सिन्हा दीपू, विनीता पाठक, सुषमा हेमरोम,मौसमी मिंज, आभा सिन्हा,सुनील सिंह, राजेश चन्द्र राजू, सहित नेतागण उपस्थित थे।

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