रांची:भाजपा युवा मोर्चा द्वारा मोरहाबादी मैदान में आयोजित आक्रोश रैली में जमकर चली अश्रु गैस, डंडे, वाटर कैनन । अश्रु गैस के कारण भाजपा के दर्जनों भाजपा कार्यकर्ता घायल हो गये। करीब साढ़े 11 बजे आक्रोश रैली में विभिन्न अतिथियों द्वारा अपना संबोधन दिया। ढाई बजे तक रैली सामान्य थी। रैली में सुरक्षा को देखते हुए प्रायः सभी दवारों पर बैरिकेटिंग लगाया गया था। भारी मात्रा में पुलिस बल की तैनाती की गयी थी। रैली लगभग समाप्त होने को थी । इसी बीच कुछ भाजपा कार्यकर्ता सीएम आवास की तरफ बढ़ने लगे । बैरिकेटिंग तोड़ कर आगे जाने का प्रयास करने लगे।
पथरबाजी में लोअर बाजार थाना प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मी हुए घायल
प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्यकर्ताओं को समझा रहे थे कि ऐसा न करें, लेकिन कार्यकर्ता मानने को तैयार नहीं थे। इसके बाद अचानक कार्यकर्त्ताओं द्वारा पुलिस पर पत्थरबाजी करने लगे। पुलिस द्वारा बार-बार आग्रह करने के बावजूद कार्यकर्ता मानने को तैयार नहीं थे। एसडीओ सदर द्वारा बार बार एलान किया जा रहा था। कह रहे थे कि बैरिकेटिंग को तोड़ने को प्रयास नहीं करें, अन्यथा उनके विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी। पुलिस प्रशासन के द्वारा बार-बार मना करने पर भी कार्यकर्ता अधिकारियों की एक न सुनी। और ताबड़तोड़ पत्थरबाजी करने लगे। जिसके कारण पथरबाजी में लोअर बाजार थाना प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मी हुए घायल
हालात बिगड़ता देख पुलिस ने सबसे पहले वाटर केनन का इस्तेमाल किया इससे भी आंदोलनकारी शांत नहीं हुए तो पुलिस के द्वारा आंसू गैस के गोले जमकर छोड़े गए. पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच देखते ही देखते पत्थरबाजी शुरू हो गई और फिर पुलिस लाठीचार्ज. डीआईजी अनूप बिरथरे का कहना है कि पुलिस लाठीचार्ज नहीं हुई है मगर आंदोलनकारियों को रोकने के लिए पुलिस द्वारा बलपूर्वक कार्रवाई जरूर की गई है.पुलिस बैरिकेडिंग को तोड़कर मुख्यमंत्री आवास जाने के लिए जिद पर अड़े आंदोलनकारियों ने इस दौरान दूसरे रास्ते से सिद्धो कान्हो पार्क तक पहुंचे. पुलिस ने वहां भी उन्हें रोका. कुछ बीजेपी कार्यकर्ता नेता सूचना भवन तक पहुंचने में सफल रहे हालांकि पुलिस उन्हें रोकने में सफल रही.
कई भाजपा नेता कार्यकर्ता घायल
पुलिस कार्रवाई में कई भाजपा नेता कार्यकर्ता घायल मोरहाबादी मैदान में युवा आक्रोश रैली को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी सहित कई नेताओं ने संबोधित किया. दोपहर दो बजे के करीब संबोधन कार्यक्रम समाप्त होते ही युवा मोर्चा द्वारा पुलिस बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश शुरू हुई. हेमंत सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते युवाओं की टोली का आक्रोश बढ़ता चला गया.