रांची:कुख्यात माओवादी प्रशांत बोस से एनआईए पूछताछ करेगी. कहा जा रहा है कि तमाड़ के विधायक रहे रमेश सिंह मुंडा की हत्या मामले में प्रशांत से एनआईए प्रशांत बोस को रिमांड पर लेगी.
कुंदन पाहन के दस्ते ने हत्याकांड को दिया था अंजाम
तमाड़ के विधायक और पूर्व मंत्री रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड में कई नए खुलासे हो सकते हैं. रांची जेल में बंद प्रशांत बोस को फरारी के दौरान पूर्व मंत्री और तमाड़ विधायक रहे रमेश सिंह मुंडा की हत्या में चार्जशीट दायर की गई थी. इस मामले में साजिश के पहलूओं पर एनआईए अब प्रशांत बोस से पूछताछ करेगी. वर्तमान में रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड में राज्य सरकार के ही पूर्व मंत्री राजा पीटर बतौर मास्टरमाइंड जेल में बंद हैं. जबकि हत्याकांड को माओवादियों के तत्कालीन जोनल कमांडर कुंदन पाहन (Kundan Pahan) ने अपने दस्ते के साथ अंजाम दिया था. कुंदन पाहन ने आत्मसमर्पण के बाद रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड के साजिशकर्ता के रूप में पूर्व मंत्री और तमाड़ के विधायक रहे राजा पीटर को मुख्य साजिशकर्ता बताया था. जिसके बाद राजा पीटर को गिरफ्तार कर लिया गया था. कुंदन पाहन ने बताया था कि राजा पीटर यह जानते थे कि जब तक रमेश सिंह मुंडा जीवित हैं तब तक वह तमाड़ से चुनाव नहीं जीत सकते.
हत्या की योजना में शामिल था प्रशांत बोस
झारखंड में भाकपा माओवादियों ने रमेश सिंह मुंडा की हत्या की साजिश रची थी. हत्याकांड के बारे में अबतक एनआईए की तफ्तीश में जो बात सामने आयी है उसके मुताबिक, प्रशांत बोस, मिसिर बेसरा, पतिराम मांझी जैसे बड़े माओवादियों ने हत्याकांड को अंजाम दिए जाने की बात को मंजूरी दी थी.
पांच करोड़ देकर करायी गई थी हत्या
मामले में सरकारी गवाह बन गए पूर्व माओवादी राममोहन मुंडा ने बताया था कि रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड के लिए राजा पीटर ने कुंदन पाहन को पांच करोड़ की सुपारी दी थी. इसके लिए तीन करोड़ रुपये एडवांस के तौर पर दिए गए थे. वहीं, हत्याकांड के बाद दो करोड़ रुपये का भुगतान कुंदन पाहन को कराया गया था. एनआईए सूत्रों के मुताबिक, अबतक की जांच में आए तथ्यों को एनआईए प्रशांत बोस से क्रास एग्जामिन कराएगी.