रांची:झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और डा राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा पथ निर्माण योजनाओं के लिए पर्याप्त राशि देने का वायदा करना ठीक उसी तरह से छलावा मात्र है, जिस तरह से चुनाव के पहले हर व्यक्ति के बैंक खाते में 15 लाख रुपये नकद जमा कराने और बिहार विधानसभा चुनाव या अन्य राज्यों में होने वाले चुनाव के ठीक पहले वहां के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की जाती है और चुनाव के बाद इन घोषणाओं का क्या नतीजा निकलता है, यह सभी को पता है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि सिर्फ लफ्जबाजी और चिकनी-चुपड़ी बात करने में भाजपा के प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के नेताओं ने महारत हासिल कर रखी है। उन्होंने कहा कि झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले भी प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों की ओर से कई बड़े-बड़े ख्वाब दिखाये गये थे, चुनाव के बाद उन घोषणाओं का क्या हुआ, इसका कुछ अता-पता नहीं।पूरे कोरोना काल के दौरान गैर भाजपा शाशित प्रदेशों के साथ किस प्रकार व्यवहार किया गया खासकर झारखंड में आदिवासियों एवं मूलवासियों को नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ा गया और अब लच्छेदार बातों से गुमराह करने की राजनीति की जा रही है।
प्रदेश प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से झारखंड में एनएच पथ निर्माण योजनाओं की धीमी प्रगति, सड़क के लिए पेड़ों की कटाई और हाथियों के लिए सुरक्षित कॉरिडोर समेत अन्य मुद्दों को उठाया गया, केंद्र सरकार यह सुनिश्चित करें कि पर्यावरण संरक्षण और वन्य जीवों के संरक्षण के लिए केंद्र सरकार आवश्यक कदम उठाये।
प्रदेश प्रवक्ता राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि केंद्रीय मंत्री को जुगलेबाजी छोड़कर यह बताना चाहिए कि कोरोना काल में केंद्र से झारखंड को कितनी सहायता मिली, डीवीसी के बकाया भुगतान के नाम पर झारखंड सरकार के खाते से दो बार में 2100 करोड़ रुपये क्यों काट लिये गये।