Newsroom:धनबाद से गिरिडीह तक आतंक का पर्याय बने एक लाख के इनामी नक्सली कार्तिक महतो ने किया सरेंडर, नक्सली संगठन से जुड़ने के बाद कार्तिक महतो कुछ वर्षों तक सक्रिय होकर काम कर रहा था, लेकिन कुछ साल पहले वह काम करने चेन्नई चला गया था. कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण जब लॉकडाउन लगा, तो इसके बाद वह वापस झारखंड लौट आया था और संगठन से फिर जुड़ गया था.
झारखंड के धनबाद से लेकर गिरिडीह तक आतंक का पर्याय बन चुके कुख्यात व एक लाख रुपये के इनामी नक्सली कार्तिक महतो ने शुक्रवार को सरेंडर कर दिया. नक्सली कार्तिक ने पुलिस अधिकारी के समक्ष सरेंडर किया. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. वह मूल रूप से खुखरा थाना क्षेत्र अंतर्गत जिलिगटांड़ बदगांव का रहनेवाला है. सूत्रों ने बताया कि नक्सली संगठन से जुड़ने के बाद कार्तिक महतो कुछ वर्षों तक सक्रिय होकर काम कर रहा था, लेकिन कुछ साल पहले वह काम करने चेन्नई चला गया था. कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण जब लॉकडाउन लगा, तो इसके बाद वह वापस झारखंड लौट आया था और संगठन से फिर जुड़ गया था.