रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और डॉ0 राजेश गुप्ता छोटू ने एक ओर कोविड कहर के बीच लोग देशभर में ऑक्सीजन, दवाईयां, अस्पताल में बेड और समुचित इलाज के लिए तड़प रहे है, लेकिन इस महामारी के बीच उन्हें समुचित मदद पहुंचाने की जगह सिस्टम के तहत प्रत्येक महीने के अंतिम रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘‘मन की बात’’ करना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस मन की बात कार्यक्रम में भी हर बार की तरह इधर-उधर की बात कर प्रधानमंत्री ने लोगों को सिर्फ बहलाने का काम किया है, परंतु जिस संकट से लोग जूझ रहे हैं, उनकी चिंता करने के बजाय केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन के नाम पर कालाबाजारी को बढ़ावा देने का काम किया है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि जब प्रधानमंत्री कोरोना पर जीत का जश्न मना रहे थे और चुनावी रैलियों में मस्त थे तब देश में कोरोना बड़ी तबाही लेकर आ रहा था। प्रधानमंत्री की लापरवाही देश पर भारी पड़ी। सिस्टम फेल है,इसलिए अब जनहित की बात करना जरूरी है। इस संकट में देश को जिम्मेवार नागरिकों की जरूरत है। इसलिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने भी सभी पार्टी कार्यकर्त्ताओं से अपील की है कि राजनैतिक काम छोड़कर सिर्फ जन सहायता करें, हर तरह से देशवासियों को दुःख दूर करें। राहुल गांधी के इस आह्वान पर पार्टी के सभी नेता-कार्यकर्त्ता जनसेवा में जुट गये हैं।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि एक देश, दो वैक्सीन कंपनी और पांच अलग-अलग कीमतें। कोविशील्ड कंपनी की कोरोना वैक्सीन केंद्र सरकार को 150 रुपये, राज्य सरकार को 400रुपये और निजी अस्पतालों और जनता को 600रुपये में मिलेगी, जबकि कोवैक्सीन टीका केंद्र सरकार को 150 रुपये, राज्य सरकार को 600रुपये और अस्पताल और आम जनता को 1200 रुपये में मिलेगी। इससे कालाबाजारी बढ़ना है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता डॉ0 राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि आज देश की राजधानी में भी ऑक्सीजन की कमी की वजह से लोगों की मृत्यु हो रही है, जबकि पॉर्लियामेंटी स्टैंडिंग कमेटी ने सरकार को बार-बार चेताया था कि इसको ठीक कीजिये, लेकिन तब केंद्र सरकार के कान में जूंक तक नहीं रेंगी।