अर्थी पर चढ़कर प्रत्यासी ने भरा पर्चा,कंधा दे कर ले गए समर्थक
श्मशान में खोला चुनावी दफ्तर
न्यूजरूम:लोकसभा चुनाव 2024 में कई ऐसे प्रत्यासी हैं जिन्होंने चुनाव को मजेदार बना दिया है,आपने नामांकन करने के लिए किसी उम्मीदवार को गाड़ियों के काफिले और गाजे-बाजे के साथ जाते हुए तो जरूर देखा होगा, लेकिन क्या हो अगर कोई नामांकन करने के लिए अर्थी पर सवार होकर पहुंचे. आपको ये सुनने में जरा अजीब और हैरान करने वाला जरूर लगेगा लेकिन ये सच है. ऐसा हुआ गोरखपुर में. यहां से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे राजन यादव उर्फ अर्थी बाबा मंगलवार को अर्थी पर सवार होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और अपना नामांकन भी किया. खास बात ये है कि अर्थी बाबा ने अपना चुनाव कार्यालय श्मशान घाट पर ही खोला हुआ है.
राष्ट्रपति पद के लिए लड़ना चाहते थे चुनाव
अर्थी बाबा ने कहा कि मैं तो राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के खिलाफ बतौर प्रत्याशी चुनाव लड़ने के लिए तैयारी की थी लेकिन उस दौरान किसी भी विधायक या सांसद मेरा प्रस्तावक बनने को तैयार नहीं हुआ. और इसी वजह से मैं चुनाव नहीं लड़ सका.
MBA कर चुके हैं अर्थी बाबा
अर्थी बाबा के नाम से सुर्खियां बंटोर रहे राजन यादव ने एमबीए की डिग्री ली है. उन्होंने एनडीटीवी को बताया कि एमबीए की पढ़ाई गोरखपुर के एक कॉलेज से पूरी करने के बाद उन्हें विदेश में नौकरी करने का भी ऑफर था. लेकिन वह नहीं गए क्योंकि उनकी इच्छा थी कि वह समाज सेवा करें. समाजसेवा के भाव की वजह से ही वह अब चुनाव में उतरे हैं.