रांची: 10 जून 2022 रांची गोली कांड की न्यायिक जांच की मांग को लेकर मुस्लिम समुदाय के प्रबुद्ध लोग का प्रतिनिधि मंडल अंजुमन इस्लामिया रांची के सदर मोखतार अहमद के नेतृत्व में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम से प्रोजेक्ट भवन में मिले। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि 10 जून की घटना निंदनीय है इसमें 02 नव-युवक की पुलिस गोली से मौत और 09 गम्भीर से घायल हुए जिसमें एक की इलाज़ सरकार के आदेश पर हुआ। रांची पुलिस द्वारा पहले 22 निर्दोष लोगों पर नामजद एवं 10 हजार अज्ञात लोगों पर प्रथामिकी दर्ज की गई। वहीं फिर से 40 लोगों के विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट मांगा गया है जो नियमता गलत है चुकि सरकार द्वारा गाठित दो सदस्यीय हाइलेबल इन्क्वायरी कमिटी इसकी जांच कर रही है, वहीं माननीय उच्च न्यायालय में भी गोलीकांड घटना की नियमित सुनवाई चल रही है। गोली चलाने वाले पुलिस कर्मियों पर अबतक आला-अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई तो नही किया गया।
लेकिन निर्दोष आमलोगों लोगों पर एकतरफा कार्रवाई की जा रही है जो चिंतनिय है और आमलोगों में रोष भी।
सरकार इस पूरी घटना की न्यायिक और निष्पक्ष जांच सेवानिवृत्ति न्यायधीश के माध्यम करवायें।
मुख्यमंत्री से सभी बातों को सुनने के बाद न्यायउचित कार्रवाय का भरोषा दिया।
इस मौके पर कांग्रेस नेता शमशेर आलम,अंजुमन इस्लामिया रांची के सदर मोखतार अहमद, जेएमएम नेता मुस्ताक आलम, आमया संगठन के अध्यक्ष एस अली, इदार ए शरिया के नाजिम ए आला कुत्तुबुद्दीन रिजवी, अंजुमन इस्लामिया के महासचिव डां तारिक़ हुसैन, राइन पंचायत के सदर हाजी फिरोज मौजूद थे।